न्यूयार्क : अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में आयोजित दोपहर भोज में मौजूद रहने के लिए अफगानिस्तान के नए राष्ट्रपति अशरफ गनी के 29 सितंबर को होने वाले शपथग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह भोज कैरी और उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने आयोजित किया है.
पहले कैरी का नए अफगान राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में खुद मौजूद रहने का कार्यक्रम था. राष्ट्रपति चुनावों के बाद अफगान संकट को सुलझाने में अपना काफी समय और उर्जा लगाने वाले कैरी गनी और अब्दुल्ला अब्दुल्ला के बीच समझौते करवाने के लिए कई बार काबुल की यात्रा कर चुके हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि ओबामा प्रशासन की ओर से मोदी सरकार को दिए जाने वाले महत्व और भारत के साथ संबंध मजबूत करने की उसकी कोशिशों को देखते हुए विदेशमंत्री ने 29 सितंबर को होने वाले राष्ट्रपति पद शपथग्रहण समारोह के लिए काबुल न जाने का फैसला किया. मोदी फिलहाल संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र में शिरकत करने के लिए न्यू यार्क में मौजूद हैं. 29 सितंबर को वे वाशिंगटन डीसी जाएंगे.
इसी दिन, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा उनके लिए रात्रि भोज की मेजबानी करेंगे. 30 सितंबर को व्हाइट हाउस में मोदी-ओबामा बैठक के बाद बाइडेन और कैरी विदेश मंत्रलय के फॉगी बॉटम स्थित मुख्यालय पर प्रधानमंत्री के लिए दोपहर भोज की मेजबानी करेंगे.