इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी के वीआईपी इलाके में आज रात दहशत की स्थिति पैदा हो गयी जब लाठियां लेकर हजारों प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरा तोडकर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आवास की ओर कूच करने लगे इसके साथ प्रदर्शनकारियों और सरकार के बीच 17 दिन से जारी गतिरोध ने नया मोड ले लिया.
पुलिस ने इमरान खान और ताहिर-उल-कादरी की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चलाई, लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोडे. पुलिस की गोली लगने से एक महिला की मौत हो गयी और 50 अन्य प्रदर्शनकारी घायल हो गये.
हालांकि पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग ने मृतक संख्या सात बताई है जिसकी पुष्टि नहीं हुई. आधी रात के आसपास इस्लामाबाद में हालात बिगडने लगे जहां बडी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थल से हटने को तैयार नहीं थे.
तनाव बढने के साथ ही शरीफ लाहौर रवाना हो गये देर रात सरकार की तरफ से किये गये एलान में शरीफ के इस्तीफे की बात साफ तौर पर खारिज कर दी गयी.
प्रदर्शनकारी शरीफ और उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नेशनल असेंबली से प्रधानमंत्री आवास की ओर बढने लगे इससे कुछ ही देर पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान और पाकिस्तान अवामी तहरीक के नेता कादरी ने प्रदर्शन स्थल बदलने की घोषणा की थी.
प्रदर्शनकारियों के मार्च शुरु करने से पहले गृह मंत्रालय ने घोषणा कर दी थी कि उन्हें रोकने के लिए जवानों को तैनात किया जाएगा. खान और कादरी दोनों शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. खान पिछले साल के आम चुनाव में धांधली होने का आरोप लगा रहे हैं.
खान ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री आवास तक मार्च की अगुवाई करंगा मेरे सारे समर्थक मेरे साथ होंगे’’ उन्होंने महिलाओं और बच्चों से कहा कि जब तक वह नहीं कहें वे लोग रके रहें और उनके साथ नहीं आएं. इससे कुछ देर पहले ही कादरी ने भी इसी तरह का फैसला किया था खान ने अपने समर्थकों से शांति बनाये रखने को कहा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से प्रदर्शनकारियों को नहीं रोकने का आग्रह किया.