प्रकाश सिंह
पूर्व डीजीपी, बीएसएफ
पाकिस्तान की नीतियों में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा है और आतंकवादी संगठनों को वह खुला समर्थन अभी-भी दे रहा है. इसी का वीभत्स रूप पुलवामा में देखने को मिला है. कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर हमें अपनी नीतियों की समीक्षा करनी होगी कि आखिर कमी कहां रह गयी. कहीं तो कमजोरी रह गयी है, जिसका फायदा उन्होंने उठाया है.
लोग शांति की बात करते हैं और इतने जवान मारे जा रहे हैं. अब अगर इसका सख्ती से जवाब नहीं दिया गया, तो देश में संदेश जायेगा कि यह कमजोर सरकार है. चूंकि चुनाव भी नजदीक हैं, इसलिए सरकार जरूर सख्त कदम उठायेगी. अब पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब देना पड़ेगा.
