खाजेर : आईएसआईएस के खात्मे की ओर बढ़ रहा कदम अपने अंतिम पड़ाव पर है. ‘जी हां’ बगदाद के बाद इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल में इराकी फौज 13 साल बाद अपनी सबसे बड़ी जंग लड़ने जा रही है. आपको बता दें किमोसुलवही शहर है, जिस पर कब्जा करने के बाद बगदादी ने खुद को वहां का खलीफा नियुक्त किया था, यही नहीं उसनेमोसुलको आईएस का हेडक्वार्टर भी घोषित कर दिया था. मगर अब दो साल बाद तीस हजार से भी ज्यादा इराकी फौजों ने मोसूल पर चढ़ाई कर बगदादी को खदेड़ने का प्रण ले लिया है.
खबर है कि इराक में एक बहुआयामी रणनीति के तहत विशेष बल आज तडके इस्लामिक स्टेट के कब्जे वाले समीप के शहर में आगे बढने के साथ ही मोसुल जंग में उतरा. आतंकवाद निरोधक बल के नाम से चर्चित इस विशिष्ट सैनिक बल का लडाई में उतरना इराक के दूसरे सबसे बडे शहर में लडाई के काफी तेज होने का संकेत है. उनके आगे बढने के साथ ही हेलीकॉप्टरों ने आतंकवादियों पर गोलियां चलायीं.
मेजर जनरल मान अल सादी ने कहा कि विशिष्ट आतंकवाद निरोधक बल अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेना के हवाई हमले की मदद से बारतेला में आगे बढा. इराक के दूसरे सबसे बडे शहर को वापस अपने कब्जे में लेने के सघन अभियान का आज चौथा दिन है. उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर ने चाहा तो हम आज ही इस शहर पर कब्जा कर लेंगे. ‘ विशेष बल के मोसुल में आगे बढने की अगुवाई करने की आशा है. उनका वहां शहरी परिदृश्य में भीषण विरोध होगा जहां आईएस आतंकवादी भयंकर संघर्ष की तैयारी कर रहे हैं.