पटना :महागंठबंधन के नेता नीतीश कुमार ने पांचवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल रामनाथ कोविद ने गांधी मैदान में शपथ दिलाया. नीतीश कुमार का यह शपथ ग्रहण पूर्व के शपथ ग्रहण से कई मायनों में अलग है. सादगी पसंद व तड़क-भड़क से दूर रहने वाले नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह की व्यापक तैयारी की गयी थीऔर इसमें देश भर के नेताओं के प्रमुख नेताओं को न्योता दिया गया है. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह शपथ ग्रहण समारोहनरेंद्रमोदी विरोधी राजनीतिकताकतोंकाजुटान व शक्तिप्रदर्शन का माध्यम बन गया है. इस शपथ ग्रहण समारोह को 2019केलोकसभा चुनावकेलिए विपक्षी एकजुटता का पहलाअहमपड़ाव माना जारहा है. नीतीश सरकार के मंत्रियों की औसत आयु लगभग 52 वर्ष है.
नीतीश कुमार के बाद दूसरे नंबर पर तेजस्वी यादव ने शपथ ग्रहण किया. उनके बाद बड़े बेटे तेज प्रताप व राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने शपथ ग्रहण किया. लालू के बड़े पुत्र तेज प्रताप शपथ ग्रहण में दो बार अटके और राज्यपाल ने उन्हें सही कराया. उन्होंने अपने अपेक्षित का उच्चारण उपेक्षित शब्द के रूप में किया था.
सिद्दीकी के बाद जदयू कोटे से विजेंद्र प्रसाद यादव व राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने शपथ ग्रहण किया. लल्लन सिंह के बाद श्रवण कुमार ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. वे जदयू के वरीय नेता हैं. श्रवण कुमार के बाद जयकुमार सिंह ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया.श्रवण कुमार के बाद जयकुमार सिंह ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. वे भी जदयू कोटे से हैं. पिछले कैबिनेट में भी उन्हें जगह मिली थी. उन्होंने दिनारा में भाजपा के कद्दावर नेता राजेंद्र सिंह को हराया है. उनके बाद आलोक कुमार मेहता ने शपथ ग्रहण किया. आलोक कुमार मेहता सांसद भी रह चुके हैं. वे राजद कोटे से हैं. मेहता के बाद चंद्रिका राय ने मंत्री पद की शपथ ली. वे राजद कोटे से हैं.राय के बाद अवधेश कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली. वे कांग्रेस के विधायक हैं.वे वजीरगंज से बड़े अंतर से जीते हैं.
अवधेश कुमार सिंह के बाद कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा शपथ ग्रहण किया. 65 साल के वर्मा ने घोसी में हम प्रत्याशी को 63 हजार मतों से इस चुनाव में हराया था. उनके बाद महेश्वर हजारी ने मंत्री पद का शपथ लिया.
अवधेश कुमार सिंह के बाद कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा शपथ ग्रहण किया. 65 साल के वर्मा ने घोसी में हम प्रत्याशी को 63 हजार मतों से इस चुनाव में हराया था. उनके बाद महेश्वर हजारी ने मंत्री पद का शपथ लिया. हजारी ने रामविलास पासवान के भतीजे प्रिंस राज को चुनाव हराया है. उनका जन्म नौ अक्तूबर 1971 को हुआ था. उनके पिता रामेश्वर हजारी आठ बार बिहार के विधायक रहे थे. उनके बाद अब्दुल जलील मस्तान ने शपथ ग्रहण किया. मस्तान ने अमौर में भाजपा प्रत्याशी सबा जफर को एक लाख 135 वोटों से हराया था. वे कांग्रेस के विधायक हैं.
उनके बाद रामविचार राय ने शपथ ग्रहण किया. उन्होंने साहेबगंज से भाजपा उम्मीदवार को हराया है. उनके बाद शिवचंद्र राम ने शपथ ग्रहण किया. उनके बाद कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य डॉ मदन मोहन झा ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. उन्हें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद माना जाता है.
डॉ झा के बाद जदयू के जमालपुर से विधायक शैलेश कुमार ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. उन्होंने जमालपुर में लोजपा प्रत्याशी हिमांशु कुंवर को हराया है. वे नीतीश कुमार की पसंद हैं.उनके बाद कुमारी मंजू वर्मा ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. वे जदयू की हैं. उन्होंने चेरिया बरियारपुर से चुनाव जीता है.
उनके बाद जदयू के संतोष कुमार निराला ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. उन्होंने राजपुर से भाजपा उम्मीदवार को हराया है. उनके बाद डॉ अब्दुल गफूर ने शपथ ग्रहण किया.
डॉ गफूर के बाद राजद के मधेपुरा से विधायक चंद्रशेखर ने मंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने मधेपुरा में भाजपा प्रत्याशी को चुनाव हराया है. उनके बाद खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने शपथ ग्रहण किया.उनके बाद मुनेश्वर चौधरी ने मंत्री पद का शपथ लिया. उन्होंने गरखा से भाजपा उम्मीदवार को हराया है. उनके बाद मदन सहनी ने शपथ ग्रहण किया. उनके बाद कपिलदेव कामथ ने शपथ ग्रहण किया. उनके बाद अनीता देवी ने शपथ ग्रहण किया. वे राजद कोटे से हैं और नोखा से विधायक हैं. उन्होंने भाजपा के बड़े नेता व राष्ट्रीय सचिव रामेश्वर चौरसिया को चुनाव हराया है.
उनके बाद राजद के जमुई से विधायक विजय प्रकाश ने मंत्री पद की शपथ ली. राजद के बड़े नेता जयप्रकाश यादव के भाई विजय प्रकाश ने जमुई में राज्य के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह के बेटे व भाजपा प्रत्याशी अजय प्रताप को चुनाव हराया है.
अंत में अशोक चौधरी ने मंत्री पद का शपथ ग्रहण किया. वे राहुल गांधी को रिसीव करने के लिए चले गये थे. इसलिए अंत में उन्होंने शपथ ग्रहण किया.
मालूम हाे किकांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी का नाम मंत्री पदकी शपथ के लिए बीच में हीपुकारा गया था. पर, वे अनुपलब्ध थे. उनका नाम राजीव रंजन सिंह के बाद पुकारा गया था. उनकी अनुपलब्धता पर तुरंत श्रवण कुमार का नाम पुकारा गया.
नीतीश कुमार ने ट्वीट कर अपने शपथ ग्रहण में नेताओं व लोगों को शामिल होने पर धन्यवाद दिया है. कार्यक्रम में नीतीश कुमार के बेटे निशांत व उनके परिवार के लोग भी पहुंचे.
पढिए, नीतीश मंत्री परिषद की पूरी सूची
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
तेजस्वी प्रसाद यादव, मंत्री
तेज प्रताप यादव, मंत्री
अब्दुल बारी सिद्दीकी, मंत्री
विजेंद्र प्रसाद यादव, मंत्री
राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह, मंत्री
अशोक चौधरी, मंत्री
श्रवण कुमार, मंत्री
जयकुमार सिंह, मंत्री
आलोक कुमार मेहता, मंत्री
चंद्रिका राय, मंत्री
अवधेश कुमार सिंह, मंत्री
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, मंत्री
महेश्वर हजारी, मंत्री
अब्दुल जलील मस्तान, मंत्री
रामविचार राय, मंत्री
शिवचंद्र राम, मंत्री
डॉ मदन मोहन झा, मंत्री
शैलेश कुमार, मंत्री
कुमारी मंजू वर्मा, मंत्री
संतोष कुमार निराला, मंत्री
डॉ अब्दुल गफूर, मंत्री
चंद्रशेखर, मंत्री
खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, मंत्री
मुनेश्वर चौधरी, मंत्री
मदन सहनी, मंत्री
कपिलदेव कामथ, मंत्री
अनीता देवी, मंत्री
विजय प्रकाश, मंत्री
शुरुआत में मौसम अनुकूल नहीं रहने के कारण विमानों की लैंडिंग में थोड़ी दिक्कत आयी. केरल के मुख्यमंत्री ओमेन चांडी का विमान पटना में लैंड नहीं कर पाया तो फिर उसे रांची में लैंड कराया गया. उधर, हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह, शीला दीक्षित सहित कई कद्दावर नेता पटना पहुंचे हैं. शपथ ग्रहण स्थल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल,झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी भी मौजूद हैं.
मैं मंत्री नहीं बन रहा हूं : श्याम रजक
नीतीश कुमार के करीबी व पूर्व में मंत्री रहे श्याम रजक ने मीडिया में बयान दिया कि उनका नाम मंत्रियों की सूची में नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का चेहरा बहुत बड़ा है और उन्होंने नयी टीम बनायी है.
न तो बहुत खुश, न बहुत दुखी : सिद्दीकी
राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम के पूर्व एक न्यूज चैनल से कहा था कि वे न तो आज बहुत खुश हैं और न बहुत दुखी. उन्होंने लालू पुत्रों को कैबिनेट में लिये जाने के सवाल पर कहा कि यह खुशी की बात है और हमारी शुभकामनाएं उनके साथ है. उन्होंने तेजस्वी व तेजप्रताप के जूनियर होने के सवाल पर कहा कि केजरीवाल व प्रफुल्ल महंत बहुत कम उम्र में कमान संभाले थे. सिद्दीकी ने कहा कि वे सामान्य वेशभूषा में हैं और आज जुमा का नमाज पढ़ने के बाद ही सूचना मिलने पर शपथ ग्रहण में जायेंगे, भले ही उनका शपथ ग्रहण छूट जाये तो छूट जाये.
दिल्ली-पटना फ्लाइट रांची डायवर्ट
दिल्ली ये पटना आ रही फ्लाइट को खराब मौसम के कारण रांची डायवर्ट कर दिया गया है. उस विमान में कांग्रेस विधायक अब्दुल मस्तान भी सवार हैं. मस्तान का नाम मंत्रियों की सूची में है और आज उन्हें भी शपथ ग्रहण करना है. मस्तान ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में स्वीकार किया कि उनका नाम मंत्रियों की सूची में है और उन्हें शपथ ग्रहण में शामिल होना है.
मंत्री परिषद का ऐसा हो सकता है खाका
पीटीआइ ने अपनी खबर में बताया है कि नीतीश कुमार के कैबिनेट में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेज प्रताप व तेजस्वी यादव शामिल होंगे. राज्यपाल रामनाथ कोविद के पास मंत्रियों की सूची पहुंच चुकी है. पीटीआइ की रिपोर्ट के अनुसार, जदयू कोटे से मंत्री परिषद में नये चेहरों को जगह दी जायेगी. इसमें मंजू वर्मा, मदन साहनी, शैलेश कुमार, कपिलदेव कामथ का नाम शामिल है. वहीं, पुराने दिग्गज विजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह, जय कुमार सिंह जैसे पुराने चेहरों को भी दोबारा जगह मिलेगी.
राजद से लालू पुत्रों के अलावा, अब्दुल बारी सिद्दीकी, अब्दुल गफूर, विजय प्रकाश, चंद्रिका राय, मुंद्रिका सिंह यादव, संतोष निराला, राम विचार राय और शिवचंद्र राम मंत्री बनाये जा सकते हैं.
कांग्रेस कोटे से अशोक चौधरी, मदन मोहन झा, अब्दुल जलील मस्तान, अवधेश कुमार सिंह को मंत्री बनाने की खबर पीटीआइ ने दी है.
नीतीश जी व जनता को बधाई : मीरा कुमार
कांग्रेस नेता व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचने के बाद कहा कि इस जीत के लिए नीतीश कुमार व बिहार की जनता को बधाई.
बिहार की जनता को बधाई : अब्दुल्ला
शपथ समारोह में पहुंचे नेशनल कान्फ्रेंस अध्यक्ष व जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं सबसे पहले बिहार की जनता को बधाई देता हूं, क्योंकि उन्होंने उन लोगों को हरा दिया है जो धर्म की राजनीति करना चाहते थे.
साथ मिलकर खुशियां मनाने आये हैं : येचुरी
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि इस जीत पर वे साथ खुशियां मनाने के लिए आये हैं. उन्होंने कहा कि देश की एकता व अखंडता एवं बिहार की प्रगति के लिए महागंठबंधन ने जो वादे किये हैं, उसे उन्हें तुरंत लागू करना चाहिए.
शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचा लालू परिवार
शपथ ग्रहण स्थल पर लालू प्रसाद यादव का परिवार एक बजे के आसपास पहुंच गया. लालू की बेटी, उनके दामाद, नाती व बेटे भी मौके पर पहुंचे हैं.