तेतरी देवी के पति ने बरसात बाद एलपीजी सिलिंडर भरवा देने का वादा किया था. इससे पहले ही उन्होंने पेड़ से लटक कर ख़ुदकुशी कर ली.
अब 35 साल की तेतरी देवी के कंधों पर अपने पाँच बच्चों की परवरिश की ज़िम्मेदारी है. उन्हें अपने पति के श्राद्ध के लिए चावल और दूसरी ज़रूरी सामग्रियों का इंतजाम भी करना है.
तेतरी देवी के पति कुलदीप प्रजापति ने पिछले हफ़्ते ख़ुदकुशी कर ली थी.
राँची से सवा दो सौ किलोमीटर दूर मुसुरमू गाँव है. यह गाँव पलामू ज़िले के रामगढ़ प्रखंड का हिस्सा है. यहां उनका दो कमरों का खपरैल मकान है.
ख़ुदकुशी की वजह
तेतरी देवी ने बीबीसी से कहा, ’18 अगस्त की सुबह गाँव के स्कूल में मेरी जाति के लोगों की पंचायत हुई. उसमें मेरे पति को भी बुलाया गया. वहां मेरी बेटी पर बदचलन होने का आरोप लगाया गया.’
तेतरी ने कहा, ‘मेरे पति से इस एवज में 40 हज़ार रुपए का जुर्माना देने और सबके सामने उठक-बैठक करने के लिए कहा गया. इसका विरोध करने पर लोगों ने उनको पीटा. तब वहां मौजूद मेरे भाई राजेंद्र ने सात हज़ार रुपए का जुर्माना जमा करा कर इस विवाद को ख़त्म करने की गुज़ारिश की. लेकिन वे नहीं माने.’
तेतरी कहती हैं, ‘मेरे पति वहीं से जंगल की ओर चले गए. मैंने तभी उन्हें अंतिम बार देखा था. हमें लगा कि वे वापस लौट आएंगे. लेकिन, तीन दिन बाद उनकी लाश आई. वे यहाँ से ख़ुद चलकर गए थे लेकिन कंधों पर चढ़कर आए.’
तेतरी देवी ने कहा, ‘जिस बेटी को समाज ने बदचलन कहा, उसकी उम्र पंद्रह साल है. मेरी बेटी ने कुछ भी ग़लती नहीं किया है.’
कटहर टोला के महेश्वर यादव किसान हैं. उन्होंने भी तेतरी देवी की बातों की तस्दीक की और बताया कि कुलदीप प्रजापति अच्छे आदमी थे. उनका व्यवहार सबसे ठीक था.
महेश्वर यादव ने बीबीसी से कहा, ‘पंचायत की बात पता चलने पर हमलोग भी स्कूल में पहुँचे. कुम्हारों ने हमें वहां से हट जाने के लिए कहा. उनकी दलील थी कि यह जाति की पंचायत है. हमें उस कमरे से निकलना पड़ा लेकिन तब हो रही तेज बारिश के कारण हमलोग स्कूल के बरामदे में आकर खड़े हो गए.’
महेश्वर कहते हैं, ‘अंदर कुलदीप को पीटा जा रहा था. पंचायत में शामिल लोगों ने उनके अनुरोध पर जुर्माने की रक़म घटाकर 11 हज़ार रुपए कर दी, लेकिन उतना पैसा भी कुलदीप के पास नहीं था. तब उनके साले राजेंद्र प्रजापति ने सात हज़ार रुपए दिए.’
तीन अभियुक्त गिरफ़्तार
तेतरी देवी ने रामगढ़ थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है. उस थाने के प्रभारी धूमा किस्कू ने बीबीसी को बताया कि पुलिस ने तीन नामज़द अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है.
उन्होंने कहा, ‘तेतरी देवी ने सात लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द रिपोर्ट लिखायी थी. इनमे से चार लोग उनके ही गाँव के हैं. बाक़ी तीन लोग पड़ोसी गाँवों के हैं. हमारी अब तक की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि कटहर टोला के स्कूल में प्रजापति समाज के लोगों की पंचायत हुई थी. इसमें मृतक कुलदीप प्रजापति की बेटी पर बदचलन होने का आरोप लगाया गया था.’
अभियुक्तों के घरों में सिर्फ़ महिलाएं
इस मामले में एक अभियुक्त की पत्नी गीता देवी ने कहा, ‘उनके पति निर्दोष हैं. वे इस घटना के बाद घर से फ़रार हैं. हमें उनकी चिंता हो रही है. हमलोग अपने बच्चों के साथ रह रहे हैं.’
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