विश्व कप फ़ुटबॉल टूर्नामेंट में एक तरफ़ अब इंतज़ार 4 जुलाई से होने वाले क्वार्टर फ़ाइनल मुक़ाबलों का है तो दूसरी तरफ़ सबकी निगाहें टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों पर भी रहेंगी जो गोल्डन बूट के दावेदार हैं.
इनमें कोलंबिया के जेम्स रॉड्रिगेज़ सबसे आगे हैं जिन्होंने अभी तक सर्वाधिक 5 गोल किए हैं.
इसके अलावा जर्मनी के थॉमस मूलर और अर्जेंटीना के स्टार स्ट्राइकर लियोनल मैसी और ब्राज़ील के नेमार ने चार-चार गोल किए है.
इस विश्व कप में तीन गोल करने वाले खिलाड़ियों मे इक्वाडोर के इनेर वेलेंशिया, फ्रांस के करीम बेंजेमा, नीदरलैंड्स के रॉबिन वॉन पर्सी और आर्येन रॉब्बेन के अलावा स्विटज़रलैंड के शक़ीरी भी शामिल हैं.
संभावनाएं
जाने-माने फुटबॉल समीक्षक नोवी कपाड़िया का मानना है कि एक-दो अपवाद को छोड़ दिया जाए तो जो टीम कम से कम सेमीफाइनल तक पहुंचती है, उसी टीम के खिलाड़ी को गोल्डन बूट का पुरस्कार मिलने की संभावनाएं अधिक होती हैं क्योंकि उस टीम को कम से कम सात मैच खेलने का अवसर मिलता है.
विश्व कप से फ़ीफ़ा के नियम के तहत अगर एक से ज़्यादा खिलाड़ियों ने बराबर गोल किए हैं, तब गोल्डन बूट के विजेता के लिए उस खिलाड़ी को वरीयता दी जाती है जिसने गोल करने में भी सबसे ज़्यादा मदद की हो.
नोवी कहते हैं, "ऐसे में इस विश्व कप में थॉमस मूलर और मैसी ज़बरदस्त दावेदार हैं क्योंकि वे गोल करते भी हैं और गोल करने में साथी खिलाड़ियों की मदद भी करते हैं."
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