फ़ीफ़ा विश्व कप से इंग्लैंड बाहर हो गया है.
दरअसल इंग्लैंड की सारी उम्मीदें इटली और कोस्टा रिका के बीच हुए मैच पर टिकी थीं. इटली की जीत, इंग्लैंड को टूर्नामेंट में बने रहने का मौक़ा देती.
लेकिन अपेक्षाकृत कमज़ोर समझी जाने वाली कोस्टा रिका की टीम ने इटली को 1-0 से हरा दिया और इंग्लैंड से बिना खेले ही उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस जीत के साथ ही कोस्टा रिका ने अंतिम 16 में जगह बना ली है.
शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ग्रुप ऑफ़ डैथ की सबसे कमज़ोर टीम अंतिम 16 में जगह बना लेगी.
अब इस ग्रुप में में अगले दौर में जाने वाली दूसरी टीम का फ़ैसला इटली और उरुग्वे के बीच मैच से होगा.
जो भी टीम वो मैच जीतेगी वो आगे जाएगी.
फ़ुटबॉल विशेषज्ञ नोवी कपाड़िया ने कहा, "मुझे लगता है कि रसीफ़ी जहां ये मैच हुआ वहां की तेज़ गर्मी ने इटली को परेशान किया. इटली का रक्षण किले जैसा अभेद्य माना जाता है लेकिन इस मैच में वो ढीला नज़र आया. कोस्टा रिका ने पांच रक्षकों को मैदान में उतार कर इटली के हमलों को विफल किया. साथ ही टीम बड़े जोश में नज़र आई.
कोस्टा रिका और इटली के मैच पर सबकी निगाहें लगीं हुई थीं. कई लोगों की उम्मीद इटली से थी कि वो इस मैच को जीत लेगी,पर कोस्टा रिका ने बाज़ी पलट दी और एक शून्य से इटली को हरा दिया.
कोस्टा रिका ‘ग्रुप ऑफ डेथ’ के नाम से प्रसिद्ध विश्व कप के सबसे कठिन समूह की सबसे अनुभवहीन टीम है लेकिन टीम ने सारे कयासों को ध्वस्त करते हुए दूसरे चरण में जगह बनाई है.
कोस्टा रिका ने अपने पहले मैच में उरुग्वे को शिकस्त दी थी.
इंग्लैंड का सफ़र ख़त्म
इटली की इस हार का मतलब इंग्लैंड का वर्ल्ड कप से बाहर होना है.
इससे पहले, गुरुवार की रात उरुग्वे के हाथों हार के बाद इंग्लैंड के अगले चरण में जाने की उम्मीद इटली के दोनों मैचों में जीत से जुड़ी थी.
कोस्टा रिका ने मैच की शुरुआत से ही अच्छा खेल दिखाया और इटली पर शुरू में ही कई हमले किए.
उनके खेल से लग रहा था कि वह इटली की अनुभवी टीम से बिल्कुल परेशान नहीं है उसने तेज गति ने इटली के खिलाड़ियों को परेशान किए रखा.
44 वें मिनट में ब्रायन रूइस ने गोल करके कोस्टा रिका को इटली पर बढ़त दिलवा दी.
इटली के अनुभवी गोलकीपर गोल को रोकने में नाकाम रहे और गोल का फैसला गोल लाइन तकनीक की मदद से किया गया.
मैच का पहला हॉफ कोस्टा रिका की बढ़त पर समाप्त हुआ.
कोस्टा रिका का तेज़ खेल
दूसरे हॉफ में कोस्टा रिका शुरू में तो तेज़ खेल दिखाया लेकिन सारा ध्यान बढ़त को बनाए रखने पर लगा दिया.
इस हॉफ में इटली को गोल करने के कुछ मौके मिले लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सकी.
इटली की टीम इस मैच में कुल मिलाकर वो प्रदर्शन नहीं दिखा सकी जिसका प्रदर्शन उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ किया था.
यह किसी भी विश्व कप में दोनों टीमों का पहला मुकाबला था. कोस्टा रिका की टीम इस समय फ़ुटबॉल विश्व रैंकिंग में 28 वें जबकि इटली नौवें नंबर पर है.
इस जीत के बाद कोस्टा रिका दो मैचों में छह अंकों के साथ ग्रुप डी में शीर्ष पर है जबकि इटली और उरुग्वे के दो मैचों में तीन तीन अंक हैं.
इंग्लैंड शून्य अंक के साथ ग्रुप में अंतिम स्थान पर रहा है और उसके लिए विश्व कप का सफ़र ख़त्म हो गया है.
अब इटली को भी अगले दौर में प्रवेश करने के लिए अपना आख़िरी लीग मैच जीतना ज़रूरी हो गया है. अब उसे उरुग्वे का सामना करना है.
1958 के बाद ये पहला मौका है जब इंग्लैंड इस टूर्नामेंट से शुरूआती मुक़ाबलों के बाद ही बाहर हो गया है.
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