वाशिंगटन : भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक विप्रो ने अमेरिका में वंचित बच्चों को 10 हजार से अधिक नयी पुस्तकें दान की हैं. कंपनी ने ये पुस्तकें नैश्विले, डलास और टंपा में वंचित बच्चों को वितरित कीं. विप्रो ने यह कार्यक्रम वंचित बच्चों को नयी पुस्तकें, पढ़ाई-लिखाई का सामान तथा अन्य जरूरी सामान मुहैया कराने का काम करने वाली संस्था ‘फर्स्ट बुक’ के सहयोग से किया. आईटी कंपनी ने ट्विटर पर यह जानकारी दी.
Whew! What a week! Over the last 5 days, we have gifted 10,000+ new books to children in underserved communities around Nashville, Dallas, and Tampa, in collaboration with @FirstBook. We're thrilled to empower students through book ownership! #WiproCares #bookstokids pic.twitter.com/ERFwphQR8i
— Wipro (@Wipro) December 7, 2018
कंपनी ने ट्वीट किया, ‘वाह, शानदार सप्ताह, पिछले पांच दिनों में हमने नैश्विले, डलास और टंपा में वंचित समुदाय के बच्चों के बीच 10 हजार से अधिक नयी किताबें बांटीं. यह काम ‘फर्स्ट बुक’ के सहयोग से किया गया. हम बच्चों को किताबें थमाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए उत्साहित हैं.’
पिछले कुछ वर्षों से विप्रो और फर्स्ट बुक बच्चों को नयी पुस्तकें नि:शुल्क मुहैया करा रहे हैं. गौरतलब है कि भारत की लगभग सभी प्रमुख कंपनियां जैसे टीसीएस, इंफोसिस और महिंद्रा अमेरिका में प्रत्येक वर्ष सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों में लाखों डॉलर खर्च करती हैं.