लंदन : ब्रिटिश सरकार ने अपने सशस्त्र बलों में सैन्यकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए सोमवार को राष्ट्रमंडल देशों के आवेदकों के लिए मापदंडों में छूट देने की घोषणा की. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने संसद के समक्ष मंत्रालय के लिखित बयान में प्रस्ताव रखा, जिसमें देश की थलसेना, वायुसेना और नौसेना में आवेदन के लिए जरूरी ब्रिटेन में कम से कम पांच साल के प्रवास की शर्त में छूट दी गयी है. इससे बलों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और केन्या जैसे देशों से लोग ब्रिटिश बलों में भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे.
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ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने लिखित बयान में इस प्रस्ताव को पेश किया है, जिसमें यह छूट दी गयी है कि ब्रिटेन में थल सेना, वायु सेना और जल सेना में भर्ती होने की प्रक्रिया में पांच साल के प्रवास की प्रक्रिया से छूट दी गयी है. सरकार के इस कदम से भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और केन्या जैसे देशों के सेना के किसी भी रैंक में भर्ती होने की इच्छा रखने वालों के लिए दरवाजे खुल जायेंगे. हालांकि, इसके लिए उन्हें आवश्यक मानदंडों को पूरा करना होगा.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हमने अब राष्ट्रमंडल देशों के नागरिकों के लिए ब्रिटेन में पांच साल के न्यूनतम प्रवास के मापदंड को खत्म करने और थलसेना, शाही नौसेना, शाही वायुसेना में 1,350 रंगरूट भर्ती करने का फैसला किया है. बयान में कहा गया कि सभी राष्ट्रमंडल देशों से आवेदन स्वीकार किये जायेंगे और 18 साल से कम उम्र के लोगों के आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे. राष्ट्रमंडल भारत जैसे 53 स्वतंत्र देशों का संगठन है जिनमें से ज्यादातर पूर्व में ब्रिटेन का उपनिवेश रहे हैं.