वाशिंगटन/लाहौर : अमेरिका ने शुक्रवार को पाकिस्तान सरकार से कहा कि वह मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को उसके गुनाहों के लिए फिर से गिरफ्तार करे और आरोपी बनाये. सईद को शुक्रवार को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. वह इस साल जनवरी से नजरबंद था. नजरबंदी से बाहर आते ही सईद ने भारत विरोधी बयानबाजी की और कहा कि वह कश्मीर के मकसद के लिए लोगों लामबंद करेगा. हाफिज सईद ने यहभी कहा कि भारत के साथ दोस्ती का प्रयास करके और कश्मीर के मुद्दे की अनदेखी करके अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने विश्वासघात किया.
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा, अमेरिका इससे बहुत चिंतित है कि हाफिज सईद को पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. लश्करे तैयबा को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया गया है जो कई अमेरिकी नागरिकों सहित सैकड़ों निर्दोष लोगों की हत्या का जिम्मेदार है. उन्होंने एक बयान में कहा, पाकिस्तान सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सईद को उसके अपराधों के लिए गिरफ्तार किया जाये और आरोपी बनाया जाये. जमात-उद-दावा के सरगना सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित कर रखा है.
उधर, नजरबंदी से रिहा होने के कुछ ही घंटे बाद हाफिज सईद ने कहा कि भारत के साथ दोस्ती का प्रयास करके और कश्मीर के मुद्दे की अनदेखी करके अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने विश्वासघात किया. सईद ने जेयूडी मुख्यालय में जुमे पर एक घंटे तक कुतबा दिया. इसे सुनने के लिए यहां चौबुर्जी स्थित जामिया मस्जिद अल-कदसिया में बड़ी संख्या में जेयूडी कार्यकर्ता जमा हुए थे. जुमे की नमाज के बाद कार्यकर्ताओं ने रिहाई पर सईद का अभिवादन किया और कश्मीर के लिए जिहाद के अपने संकल्प को दोहराया. सईद ने अपने भाषण में विदेशी आकाओं से निर्देश लेने के लिए पाकिस्तानी सरकार को भी निशाना बनाया. साथ ही उसने कश्मीर में भारतीय अत्याचार के बारे में भी बोला.
सईद ने अपने समर्थकों को 10 महीने की अपनी हिरासत का कारण भी बताया. साथ ही यह भी बताया कि क्यों नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटना पड़ा. सईद ने कहा, अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को कश्मीरियों को त्यागने के लिए दंडित किया गया है. शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटाया गया, क्योंकि उन्होंने कश्मीरियों के साथ विश्वासघात किया. वह भारत के साथ दोस्ती चाहते थे और कश्मीर मुद्दे की पूरी तरह अनदेखी की. उसने पीएमएल-एन सरकार को कर्ज के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष नहीं झुकने की चेतावनी दी.
उसने कहा, शासकों को अमेरिका और अन्य देशों से निर्देश नहीं लेना चाहिए और अपना फैसला खुद करना चाहिए. सईद को शुक्रवार को तड़के नजरबंदी से रिहा किया गया जब पाकिस्तान सरकार ने किसी अन्य मामले में उसे और हिरासत में नहीं रखने का फैसला किया. सईद ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के साथ तब तक शांति वार्ता नहीं करनी चाहिए जब तक कि वह कश्मीर से अपनी सेना नहीं हटाता है. उसने कहा कि वह कश्मीरियों के लिए तब तक लड़ता रहेगा जब तक कि उन्हें आजादी नहीं मिल जाती. सईद ने एक बार फिर दोहराया कि भारत के अनुरोध पर अमेरिका ने पाकिस्तान पर उसे हिरासत में लेने का दबाव डाला.