मार्सेय (फ्रांस) : फ्रांस में भूमध्य सागर के बंदरगाह शहर मार्शेली के मुख्य रेलवे स्टेशन पर दो महिलाओं को चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी गयी. हमलावर ने "अल्लाह-हू-अकबर" चिल्लाते हुए हमला किया. हमले के बाद वहां गश्त लगा रहे सैनिकों ने हमलावर को गोली मार कर ढेर कर दिया. जानकारी के अनुसार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हमलावर ने एक महिला का गला रेत दिया. उसने हमले की शुरूआत में ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगाया था.
18 साल की छात्रा मेलानी पेटिट ने एएफपी को बताया, मैं स्टेशन के ठीक सामने थी. मैंने देखा कि कोई ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगा रहा है. मैंने एक शख्स को देखा जिसने पूरे काले कपड़े पहन रखे थे. हथियारबंद पुलिसकर्मियों ने रेल टर्मिनस को सील कर दिया और वहां से लोगों को खाली करा दिया. इस कार्रवाई से देश की इस व्यस्त रेल लाइन पर ट्रन यातायात बाधित हुआ.
पहले, स्थानीय अधिकारी ओलिवर दे माजियेरेज ने एएफपी को स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजे हुए हमले का जिक्र करते हुए बताया, दो पीडितों को चाकू मार कर हलाक कर दिया गया. स्थानीय अभियोजक जैवियर ताराबे ने बताया कि सैनिकों ने हमलावर को गोली मार दी.
इस बीच, मार्सेय पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि वह सेंट चार्ल्स स्टेश के ईदगिर्द के इलाके में जाने से परहेज करें. जांच से जुडे एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर एएफपी को बताया कि माना जाता है कि हमलावर ने राहगीरों पर हमला करने से पहले ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगाया था. फ्रांस के गृहमंत्री जेरार्द कोलोंब ने अपने ट्विटर संदेश में कहा कि वह तत्काल मार्सेय का दौरा करेंगे.
इस्लामिक स्टेट ने ली मार्सेय हमले की जिम्मेदारी
आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ने फ्रांस के मार्सेय शहर के प्रमुख ट्रेन स्टेशन के बाहर चाकू से किये गये उस हमले की जिम्मेदारी ली है जिसमें दो महिलाओं की जान चली गयी. निगरानी समूह एसआईटीई ने इस्लामिक स्टेट समूह की अमाक प्रचार एजेंसी को उद्धृत किया है जिसमें कहा गया है मार्सेय में चाकू मारने की घटना को अंजाम देने वाला इस्लामिक स्टेट का लड़ाका था.
सैनिकों ने किया ढेर
इस घटना को अंजाम देने वाला हमलावर करीब 30 वर्ष का था और उसे सैनिकों ने मार गिराया. ये सैनिक उन विशेष 7,000 सुरक्षा बल का हिस्सा थे, जिन्हें सेन्टीनेल कहा जाता है. यह बल आतंकवाद प्रभावित फ्रांस में अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी करने के लिए गठित किया गया है. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल के वर्षों में इस्लामिक स्टेट या अलकायदा द्वारा किये गये हमलों के बाद फ्रांस हाई अलर्ट पर है.

