वॉशिंगटन/मियामी : ट्रंप प्रशासन के एक फैसले से अमेरिकी में रह रहे तीन लाख भारतीयों समेत करीब 40 लाख अवैध अप्रवासियों को बाहर निकाले जाने का खतरा पैदा हो गया है. इन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2014 में डेफर्ड एक्शन फॉर पेरेंट्स ऑफ अमेरिकंस एंड लॉफुल पर्मनेंट रेसिडेंट्स (डापा) नीति के तहत राहत दी थी. इनमें वैसे अप्रवासी शामिल हैं, जो 2010 के पहले से अमेरिका में रह रहे हैं, जिनकी संतानों ने अमेरिका में जन्म लिया और उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध अप्रवासियों को देश से निकाले जाने की इस योजना में छूट के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है. अब ऐसे परिवारों के अमेरिका से निकाले जाने का खतरा है. ऐसे लोगों की संख्या करीब 40 लाख है. हालांकि ट्रंप ने 2012 की डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स (डैका) नीति को रद्द नहीं किया है. इसके तहत अमेरिका में गैर-कानूनी तरीके से प्रवेश करने वाले नाबालिग बच्चों को वहां के स्कूलों में पढ़ाई पूरी करने तक ठहरने की अनुमति दी गयी है.
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वहीं, मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप के नये आदेश से व्यवहारिक मानवीय संकट पैदा होगा, क्योंकि अवैध अप्रवासियों के बच्चे अमेरिका में जन्मे हैं और वे वैध नागरिक हैं. ऐसे में उनके माता-पिता को निकाला गया, तो बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो सकता है.