ऐसा ही एक माजरा सिलीगुड़ी में देखने को मिला. संपन्न घर की एक अधेड़ महिला (65-70 वर्ष) को पहले पति ने ठुकरा दिया, फिर बेटे ने भी दुत्कार दिया. अपनों द्वारा ठुकराए जाने पर महिला दर-दर भटकने को मजबूर हो उठी और आज लावारिश व बीमार अवस्था में देशबंधुपाड़ा स्थित इंडोर स्टेडियम के सामने बरामद हुई. आज सुबह स्थानीय लोगों ने महिला को खून और पेशाब से लथपथ एवं अचेतावस्था में पड़ा देखा. स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी सबसे पहले समाजसेवी सोमनाथ चटर्जी को दी. वह मौके पर पहुंचे और उन्होंने वेस्ट बंगाल वोलेंटरी ब्लड डोनर्स फोरम और सिलीगुड़ी थाना की पुलिस को सूचित किया. सूचना पाकर 29 नंबर वार्ड के पार्षद जय चक्रवर्ती भी मौके पर पहुंच गये. श्री चटर्जी ने ब्लड डोनर्स फोरम के गोपाल राय, मलय राय, स्थानीय लोगों और पुलिस के सहयोग से महिला को इलाज हेतु हाथोंहाथ सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भरती करवाया. उसका इलाज अस्पताल के महिला वार्ड के 15नंबर बिस्तर पर चल रहा है.
इंडोर स्टेडियम के आस-पास के लोगों ने ही नये पोशाक खरीदकर महिला को पहनाया और खाने-पीने की भी व्यवस्था की. बीमार महिला की जब खोज-खबर लगायी गयी कि वह कौन है, कहां रहती है और उसके रिश्तेदार कौन हैं. इन सवालों का पूरा वृतांत जब सामने आया तब सभी हैरान रह गये. महिला देशबंधुपाड़ा के गोपाल मोड़ की रहनेवाली है. उसके पति का नाम नारू साहा है और बेटा का नाम बापी साहा है.
इनका मास्टर रेडियो नाम से शहर में काफी नामी साउंड सिस्टम की दुकान है. घर में कोई भी चिजों की कोई कमी नहीं है. अपना पक्का मकान, कार अन्य वाहन सब-कुछ है. सोमनाथ चटर्जी, पार्षद जय चक्रवर्ती और पुलिस ने महिला के पति और बेटे को कई बार फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी और अस्पताल में भरती कराने की बात बतायी. लेकिन पति-बेटे किसी ने भी सूध नहीं ली. इस बाबत बेटा बापि साहा से कई बार उसके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.