चंदन की लकड़ियों को करीब दो महीने से भी अधिक समय से सालबाड़ी जंगल स्थित एक वन बस्ती में छिपाकर रखा गया था. पिछले कुछ दिनों से वहां अनजान लोगों की आवाजाही हो रही थी. पास में ही एसएसबी 41वीं बटालियन का कैंप है. एसएसबी के अधिकारियों को इन लोगों पर शक हुआ और उन पर नजरें रखी जाने लगी. गुरुवार की रात करीब डेढ़ बजे गुप्त सूचना के आधार पर एसएसबी ने दो घरों में छापेमारी की और 28 लाल चंदन लकड़ियों के लॉग बरामद कर लिया.
जब्त लकड़ियों का कुल वजन 974.04 किलो बताया जा रहा है. एसएसबी के डीआइजी के बीके पाल ने बताया है कि जब्त चंदन लकड़ियों की बाजार में कीमत करीब 9 करोड़ 74 लाख चार हजार रुपये है. इन लकड़ियों को चेन्नई से लाकर यहां रखा गया था और योजना भूटान के रास्ते चीन तस्करी करने की थी. जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनका नाम मोहम्मद सिद्दिकी व सैयद इब्राहिम है. मोहम्मद सिद्दिकी जलपाईगुड़ी जिले के राजगंज का रहनेवाला है.
उसे एसएसबी ने लकड़ियों के साथ मौका-ए-वारदात से ही धर दबोचा था, जबकि दूसरा सैयद इब्राहिम चेन्नई का रहनेवाला है. उसे प्रधाननगर थाना क्षेत्र के मल्लागुड़ी, हिलकार्ट रोड स्थित शिमला होटल से गिरफ्तार किया गया. श्री पाल ने कहा कि पिछले कई दिनों से ये लोग चंदन की लकड़ी को चीन भेजने के लिए खरीदारों की तलाश कर रहे थे. एक तस्कर के साथ इनका सौदा भी हो गया था. लेकिन एडवांस के रूप में ज्यादा रकम मांगने की वजह से सौदा नहीं हो सका. तस्कर 30 लाख रुपये एडवांस के रूप में दे रहे थे.
उसके बाद यह सभी लोग किसी दूसरे खरीदार को तलाशने में जुट गये थे. 41वीं बटालियन के सेकेंड इन कमान डीके सिंह ने बताया है कि इन लकड़ियों को एक महीने पहले चेन्नई से लाकर सालबाड़ी के दो घरों में जमा कर रखा गया था. एसएसबी को जैसे ही इसकी खुफिया जानकारी मिली, गुरुवार की रात को दोनों घरों पर धावा बोल दिया गया. तस्करों को पकड़ लिया गया. शुक्रवार को एसएसबी ने गिरफ्तार दोनों तस्करों को प्रधाननगर थाना के हवाले कर दिया. लाल चंदन की लकड़ियों को भी पुलिस को सौंप दिया गया.