सिलीगुड़ी. नकली लॉटरी के अफवाह से पूरे उत्तर बंगाल के कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा है. हर रोज लाखों का नुकसान हो रहा है. यह कहना है उत्तर बंगाल लॉटरी कल्याण समिति के सचिव प्रफुल्ल पांडा का. उन्होंने बताया कि हर रोज लाखों रुपये टैक्स के रुप में लॉटरी कारोबारी पश्चिम बंगाल सरकार को देते हैं.
इसी अनुपात से हर सप्ताह 2.10 करोड़ का टैक्स पश्चिम बंगाल सरकार के खाते में जमा होता है. श्री पांडा ने बताया कि पिछले दिनों स्थानीय एसएफ रोड स्थित दिव्यज्योती डि्ट्रिरब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड के लॉटरी कारोबारी के दफ्तर में हुए छापे के बाद लॉटरी कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा है. मीडिया में गलत खबरें दी गयी.अखबारों में छपी बैग-बोरों में भरती जाली लॉटरी की बरामदगी की खबर प्रकाशित होने के बाद खुदरा बिक्रेता व क्रेता दोनों ही काफी आतंकित हैं.
श्री पांडा ने बताया कि इस गलत खबर के मद्देनजर समिति की एक मीटिंग में उत्तर बंगाल के 50 हजार से भी अधिक लॉटरी कारोबारियों ने अखबार के विरुद्ध मोरचा खोल दिया है. मीटिंग में लिये गये सिद्धांत के अनुसार, खबर की सत्यता साबित करने हेतु अखबार के सिलीगुड़ी दफ्तर में नोटिस दिया गया है. साथ ही डीएम (दार्जिलिंग), एसडीओ (सिलीगुड़ी) व पुलिस कमिश्नर (सीपी, सिलीगुड़ी) से भी नकली लॉटरी कारोबार के सबूत मांगेगे. इसके लिए जल्द ही एक और मीटिंग आयोजित होगी, जिसमें प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की तारीख निर्धारित होगी एवं भावी रणनीति का खाका तैयार किया जायेगा. श्री पांडा ने बताया कि पूरे उत्तर बंगाल में लॉटरी कारोबार से 50 हजार काराबारियों के अलावा लाखों की तादाद में कर्मचारी व अन्य लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से जुड़े हैं, जिनसे उनके परिवार का भरण-पोषण होता है.