सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी महकमा परिषद के त्रिस्तरीय चुनाव में मुख्य लड़ाई राज्य के सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस व वाममोर्चा के बीच होने की संभावना है,जबकि वाममोरचा के नेता तृणमूल कांग्रेस को चुनाव में तीसरा स्थान दे रहे हैं.वाममोरचा के आत्म विश्वास का आलम यह है कि दार्जिलिंग जिला वाममोर्चा के वरिष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने की चुनौती दी है.
बुधवार को सिलीगुड़ी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अशोक भट्टाचार्य ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सिलीगुड़ी महकमा परिषद के त्रिस्तरीय चुनाव प्रचार अभियान में उतरने की अपील की. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में मुख्यमंत्री सिलीगुड़ी नहीं आयीं थी जबकि सिलीगुड़ी के आस-पास आकर कुछ निर्देश दिया था लेकिन इस चुनाव में हारने के बाद उन्हें चुनाव प्रचार नहीं करने का मलाल ना रह जाए,इसलिए खुद ही आकर चुनाव प्रचार कर लें.उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भी टीएमसी को मुंह की खानी पड़ेगी. गांव के लोग खुले रूप से टीएमसी को हराने के लिए वाम मोरचा का साथ दे रहें हैं. यहां तक कि टीएमसी के निचले स्तर के कार्यकर्ता भी वाममोर्चा के सभा में उपस्थित हो रहें हैं. इस चुनाव में टीएमसी तीसरे स्थान पर रहेगी.उन्होंने महकमा परिषद के सभी सीटों जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि मंत्री चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर मोटरसाईिकल रैली का नेतृत्व कर रहें हैं व पुलिस की सुरक्षा में प्रचार कर रहे हैं.
उन्होंने मंत्री गौतम देव व टीएमसी के नेताओं पर रूपया बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोलकाता से आनेवाले टीएमसी के मंत्रियों व प्रचार कर रहे नेताओं की गाड़ी की तालाशी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि टीएमसी द्वारा बांटे जा रहे सभी रूपये पानी में जाएंगे. अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि विभिन्न नेताओं के पार्टी बदलने से ग्रामीण लोग काफी निराश हैं.इसके अलावा पिछले 15 महीने से महकमा परिषद में जन प्रतिनिधी नहीं होने के कारण भी आमलोेगों को परेशानी हुयी.इसकी वजह से भी राज्य सरकार व टीएमसी से आमलोग खफा हैं. इसलिए टीएमसी को हटाकर वाम मोरचा को फिर से सत्ता में लायेंगे. पांव के नीचे से जमीन खिसकता देखकर मंत्री बौखला गए हैं एवं भिड़ने के लिए विभिन्न तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
पुलिस पर आरोप
वाम मोरचा के दार्जिलिंग जिला सचिव जीवेश सरकार ने मंत्री गौतम देव पर चुनाव आचार संहिता नहीं मानने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में शिकायत करने के बाद भी पुलिस खामोश है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री बदमाशों को साथ लेकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं और पुलिस आंख पर काला चश्मा लगाकर बैठी है.जीवेश सरकार ने कहा कि मंत्री द्वारा किए जा रहे इन सभी असंवैधानिक गतिविधियों की जानकारी चुनाव आयोग को दी जाएगी.