पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन इलाकों से महिलाओं की तस्करी कर उन्हें दिल्ली में बेंच दिया जाता है. पिछले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली से उत्तर बंगाल की कई महिलाओं को बरामद किया गया है. इधर, महिला तस्करी रोकने के लिए कार्य कर रहे एक एनजीओ शक्तिवाहिनी ने उत्तर बंगाल में महिला तस्करी रोकने के लिए एक विशेष पहल की शुरूआत की है. इस पहल के तहत महिला तस्करी वाले इलाके में आम लोगों को जागरूक किये जाने के साथ ही ग्रामीण स्तर के पर विजिलेंस ग्रुप का भी गठन किया जा रहा है. शक्तिवाहिनी के उत्तर बंगाल युनिट के रिजनल प्रोजेक्ट मैनेजर दीप बनर्जी का कहना है कि दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिये इतने बड़े गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है.
दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र से तस्करी की गई महिलाओं को जहां वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिया जाता है, वहीं डुवार्स की महिलाओं को घरेलू नौकरानी बनाकर रखा जाता है. दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह कारोबार काफी फल-फूल रहा है. श्री बनर्जी ने कहा कि महिला तस्करी के मामले को रोकने के लिए जलपाईगुड़ी तथा अलीपुरद्वार जिले के चाय बागानों में विजिलेंस ग्रुप का गठन किया गया है. इस ग्रुप में महिलाएं शामिल हैं. इन महिलाओं को विशेष प्रकार का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. श्री बनर्जी ने आगे बताया कि महिला तस्करी को रोकने तथा आपात स्थिति में बचाव आदि की जानकारी विजिलेंस ग्रुप के सदस्यों को दी जा रही है.