वह बुधवार को स्थानीय हाकिमपाड़ा स्थित आरएसएस के उत्तर बंगाल मुख्यालय माधव भवन में मीडिया के साथ विशेष बातचीत की. मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि जब-तक घुसपैठ पर पूरी तरह लगाम नहीं लगेगी, देश में मुसलिमों के संख्या में कमी नहीं आयेगी. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहल भी शुरु कर दी है. इसका ताजा उदाहरण बीते दिनों मोदी का बांग्लादेश दौरा है. इस दौरे के बाद भारत-बांग्लादेश के रिश्ते और मधुर हुए हैं.
साथ ही बांग्लादेश दौरे के दौरान एक समझौते के द्वारा उन्होंने वर्षों पुराने छिंटमहल विवाद को सुलझा दिया. श्री नंदा ने कहा कि देश में हर संप्रदाय के लिए एक समान नागरिक कानून लागू करने एवं सामाजिक सोच में परिवर्तन की भी जरुरत है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के लोगों में आरएसएस व भाजपा के प्रति आस्था बढ़ी है. खासकर देश के युवाओं में यह रुचि बीते चार सालों से देखी जा रही है. इसके लिए उन्होंने जहां सोशल साइटों के रोल को प्रमुख बताया वहीं, आरएसएस के द्वारा हर जगह लगायी जानेवाली शाखाओं को सबसे अधिक महत्त्व दिया.
श्री नंदा ने बताया कि पूरे देश में शाखाओं एवं स्वंयसेवकों में भी काफी इजाफा हुआ है. आरएसएस के उत्तर बंगाल प्रांतीय प्रचारक जलधर महतो ने बताया कि पूरे उत्तर बंगाल में कुल 370 एवं सिलीगुड़ी में 14 शाखाएं हर रोज लगती है. इस दौरान उत्तर बंगाल के प्रचार प्रमुख वासुदेव पाल ने भी मीडिया को संबोधित किया.