विद्यार्थियों के इस आंदोलन का कॉलेज के तृणतूल छात्र परिषद द्वारा संचालित छात्र संसद ने स्वागत किया है.यहां के विद्यार्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऑनलाइन छात्र भरती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है.मेध तालिका के अनुसार छात्र -छात्राओं की भरती नहीं हो रही है.जिनके नाम मेधा तालिका में नहीं है उनकी भी इस कॉलेज में भरती ली गयी है.14 और 15 अगस्त को बंद के दौरान कॉलेज में गुपचुप तरीके से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया गया.
विद्यार्थियों का कहना है कि यह सभी लोग जानते हैं कि 15 को कॉलेज में छुट्टी रहती है और इसी का लाभ उठाकर भरती प्रक्रिया में गड़बड़ी की गयी.इनलागों ने मेधा तालिका से बाहर के 10 लोगों का नामांकन रद्द करने की मांग की.इसी मांग को लेकर आज से आंदोलन की शुरूआत की गयी है.आज सुबह इंगलिशबाजार थाना के लक्ष्मीपुर इलाके में स्थित इस पोलीटेकनिक कॉलेज में मुख्य गेट पर आंदोलनकारियों ने ताला जड़ दिया.उसके बाद ही यह लोग गेट के सामने नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करने लगे.इस आंदोलन के कारण कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं सहित कोइ भी कर्मचारी कॉलेज के अंदर प्रवेश नहीं कर पाये.हांलाकि कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य का कहना है कि आंदालनकारी विद्यार्थियों ने किसी को भी कॉलेज में प्रवेश करने से नहीं रोका.क्लास के अंदर विद्यार्थियों के नहीं होने की वजह से कक्षा नहीं हो सकी.आंदोलनरत छात्र पियूष सिन्हा का कहना है कि मेधा तालिका में 47 हजार 355 रैंक हासिल करने के बाद भी मालदा का अमित मिश्रा नामक छात्र नामांकन से वंचित है.
जबकि मालदा की ही छात्रा चंद्रानी चंद 76 हजार 70 रैंक हासिल कर नामांकन कराने में सफर रही.उसका नामांकन 15 अगस्त को हुआ है.यह भला कैसे संभव हो सकता है.उन्होनंे आरोप लगाते हुए कहा कि जिन 10 छात्र-छात्राओं की भरती हुयी है,उनका रैंक काफी नीचे है.इन सभी का नामांकन रद्द कर नये सिरे से काउंसिलिंग कराने की मांग की.इस संबंध में तृणमूल छात्र परिषद के महासचिव अभ्रनील मजूमदार का कहना है कि ऑनलाइन भरती प्रक्रिया से लोग जुड़े हुए हैं,वही लोग इस गड़बड़ी से जुड़े हुए हैं.वह इस मामले में आंदोलनकारियों के साथ हैं.इधर मालदा पोलीटेकनिक कॉलेज में कुल 270 सीटें हैं.यहां सिविल,इले्ट्रिरक,मैकेनिकल,ओटोमोबाइल तथा खाद्य प्रसंस्करण को लेकर कुल 5 विषयों में पढ़ाइ होती है.