सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के क्षेत्र में दिन-पर-दिन ई रिक्शों (टोटो) के बढ़ते तादाद पर प्रशासन ने लगाम लगाने की तैयारी शुरू कर दी है. आने वाले दिनों में सिर्फ उन्हीं टोटो चालकों को टोटो चलाने की अनुमति दी जायेगी जिनके पास इसके वैध लाइसेंस होंेगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों में हर दिन ही ढ़ेरों की संख्या में टोटो की आवाजाही शुरू हो गई है. पिछले कुछ महीनों में टोटो की बाढ़ सी आ गई है. एक अनुमान के मुताबिक एक हजार से भी अधिक टोटो वाहनों की आवाजाही शहर तथा इसके आसपास के इलाकों में हो रही है. इसकी वजह से विभिन्न स्थानों पर जाम की समस्या ने भी विकराल रूप धारण कर लिया है.
इसके अलावा भाड़े को लेकर भी टोटो चालकों तथा यात्रियों के बीच तू-तू-मैं-मैं होती है. ऐसे में मोटर वाहन विभाग ने टोटो पर नियंत्रण लगाने का निर्णय लिया है. इसके तहत टोटो निर्माताओं के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी. राज्य परिवहन बोर्ड के सदस्य मदन भट्टाचार्य का कहना है कि गरीब लोग रोजगार के साधन के रूप में टोटो खरीद कर चला रहे हैं. ऐसे लोगों को नियम कानून के बारे में पता नहीं होता.
टोटो के खिलाफ पुलिस द्वारा भी जब तब कार्रवाई की जाती है. ऐसे में टोटो निर्माताओं पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है. श्री भट्टाचार्य ने बताया कि सिलीगुड़ी में बड़े पैमाने पर टोटो की बिक्री हो रही है. टोटो निर्माता बगैर किसी वैध कागजात के ही टोटो का निर्माण करने लगे हैं. गरीब लोगों को झांसा देकर यह लोग टोटो की बिक्री कर रहे हैं. खुलेआम टोटो की बिक्री होने के कारण बेरोजगार युवक रोजगार का साधन जुटाने के लिए टोटो खरीद कर परेशानी में पड़ रहे हैं. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि टोटो के नियंत्रण को लेकर सिलीगुड़ी की एसडीओ, मोटर वाहन विभाग के अधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों को लेकर हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई थी. इस बैठक में टोटो निर्माताओं के खिलाफ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया. इंफोर्समेंट विभाग की मदद से शीघ्र ही इस अभियान की शुरूआत की जायेगी. जिन टोटो निर्माताओं के पास वैध कागजात नहीं होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा कि जितने लोगों के पास अभी टोटो है, उनको लाइसेंस देने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जायेगी. टोटो के लिए किसी भी प्रकार के दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती है. बैट्री चालित होने के कारण मोटर वाहन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना भी जरूरी नहीं है. इन वजहों से तमाम तरह की परेशानियां उत्पन्न हो रही है. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा कि टोटो वाहनों को नियंत्रित करने के लिए मोटर वाहन विभाग ने 15 सौ टोटो को लाइसेंस देने का निर्णय लिया है. इसको लेकर परिवहन बोर्ड की बैठक शीघ्र होगी.
क्या करना होगा
श्री भट्टाचार्य ने आगे बताया कि वर्तमान में जिनके पास टोटो है उन्हीं को लाइसेंस दिया जायेगा. कुल 15 सौ लाइसेंस दिये जायेंगे. इसके लिए शीघ्र ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. 540 रुपये का शुल्क देकर लाइसेंस लेने के इच्छुक उम्मीदवार मोटर वाहन विभाग में आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी में 15 सौ परमिट देने के अलावा सिलीगुड़ी महकमा के विभिन्न ब्लॉकों में भी परमिट दिये जायेंगे. सभी ब्लॉकों में 15 सौ परमिट दिये जायेंगे.
22 को टोटो चालकों का सम्मेलन
इस महीने की 22 तारीख को सभी टोटो चालकों का स्थानीय कंचनजंगा स्टेडियम में सम्मेलन होगा. वर्तमान में जितने भी टोटो चालक हैं वह सभी लोग तृणमूल में शामिल हो गये हैं. इन लोगों ने टोटो चालकों की एक यूनियन बनाने का निर्णय लिया है. अभी इस यूनियन के नाम का निर्धारण नहीं हुआ है. तृणमूल नेता विजय नंदी ने बताया है कि 22 तारीख को कंचनजंगा स्टेडियम में आयोजित टोटो चालकों के सम्मेलन में यूनियन का गठन किया जायेगा. इस सम्मेलन में उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव स्वयं उपस्थित रहेंगे. श्री नंदी ने कहा कि सिलीगुड़ी के तमाम टोटो चालक उनके संगठन से जुड़े हुए हैं. संगठन का पंजीकरण नहीं होने के कारण अभी तक इस संबंध में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है.