मालदा : पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश से मालदा शहर जलमग्न हो गया है. वहीं, सोमवार सुबह से ही मालदा मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के वार्ड में भी पानी घुस गया है, जिससे वार्ड में भर्ती मरीजों के अलावा चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी तक को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मालदा शहर के मालंचपल्ली,कृष्णपल्ली इलाकों में बरसाती पानी कहर ढा रहा है. प्रभावित सैकड़ों लोगों ने स्थानीय एक हाई स्कूल में शरण ले रखी है.
वहीं, जमीन भराव के प्रतिवाद में स्थानीय लोगों ने एनएच-34 पर रवींद्र मोड़ के सामने सड़क जाम कर दिया. यह अवरोध सोमवार की सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक चला. उसके बाद मौके पर पहुंची इंगलिशबाजार थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से बात की जिसके बाद पथावरोध हटा दिया गया. उल्लेखनीय है कि लगातार बारिश से अधिकतर पूजा पंडालों का निर्माण बंद है. लोग अपने अपने इलाकों में जमा पानी बाहर निकालने में जुटे हुए हैं.
जानकारी अनुसार मालदा शहर के एक, दो, तीन नंबर गवर्नमेंट कॉलोनी, रामकृष्णपल्ली, सर्वमंगलापल्ली, सुभाषपल्ली, विवेकानंदपल्ली, बुड़ाबुड़ीतला, रिजेंट पार्क, ग्रीन पार्क, विनय सरकार रोड समेत आसपास के इलाके जलमग्न हो गये हैं. इन इलाकों में कम से कम 50 से अधिक दुर्गा पूजा होती है. इनका काम काज फिलहाल बंद है.
इंगलिशबाजार नगरपालिका के चेयरमैन नीहार घोष ने बताया कि पिछले सात रोज से लगातार बारिश से यह हाल है. प्राकृतिक आपदा में हम लोग कुछ ज्यादा नहीं कर सकते. कहीं कहीं पंप के सहारे पानी निकालने का काम हो रहा है. मेडिकल कॉलेज के संकट को लेकर अधिकारियों से बात हुई है. नगरपालिका हरसंभव मदद के लिये तैयार है.
वहीं, मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ. अमित दा ने बताया कि लगातार बारिश से निकासी नालों का पानी पसरकर अस्पताल में प्रवेश कर रहा है. हालात पर नजर रखी जा रही है. वार्ड में जमा पानी निकाला जा रहा है.