मालदा : रेल पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए एक लॉरी व्यवसायी के 86 हजार रुपये से भरा बैग सौंप दिया. रेल पुलिस के इस काम को हर तरफ से वाहवाही मिल रही है. उल्लेखनीय है कि कूचबिहार जिले के फालाकाटा से 86 हजार रुपये लेकर नदिया लौट रहे थे लॉरी व्यवसायी रामचंद्र भौमिक.
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रेल पुलिस ने यात्री को लौटाये 86 हजार रुपये
मालदा : रेल पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए एक लॉरी व्यवसायी के 86 हजार रुपये से भरा बैग सौंप दिया. रेल पुलिस के इस काम को हर तरफ से वाहवाही मिल रही है. उल्लेखनीय है कि कूचबिहार जिले के फालाकाटा से 86 हजार रुपये लेकर नदिया लौट रहे थे लॉरी व्यवसायी रामचंद्र […]
बीच में उनकी एक लॉरी के दुर्घटनाग्रस्त होने से वे बीच रास्ते में बारसोई स्टेशन उतर पड़े. इसी आपाधापी में उनका रुपये से भरा बैग कंपार्टमेंट में ही छूट गया. शिकायत मिलने पर रेल पुलिस ने कंपार्टमेंट में तलाश कर बैग को अपने कब्जे में लिया. इसके बाद इसकी जानकारी मालदा टाउन स्टेशन की जीआरपी को दी गयी.
फिर मालदा रेल पुलिस ने बैग में रखे रामचंद्र भौमिक के पहचानपत्र से उनके फोन नंबर पर संपर्क कर उन्हें इसकी जानकारी दी. गुरुवार को उन्होंने मालदा आकर अपने रुपये व बैग लिये. उन्होंने रेल पुलिस की ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि रेल पुलिस ने अपने उपर लगे आरोपों को गलत साबित कर दिया है कि वह ईमानदारीपूर्वक अपना कर्तव्य पूरा नहीं करती है.
रामचंद्र भौमिक ने बताया कि दो दिन पहले वे व्यवसाय को लेकर फालाकाटा आये थे. वहां से 86 हजार रुपये लेकर वे वापस नदिया लौट रहे थे. दुर्घटना की जानकारी मिलने पर वे बारसोई स्टेशन पर उतर गये. इसी दौरान उनका रुपये से भरा बैग बोगी में ही छूट गया. उसके बाद वे फिर दोबारा स्टेशन आये लेकिन तब तक ट्रेन छूट चुकी थी.
इससे वह मायूस हुए. उसके बाद उन्होंने रेल पुलिस से संपर्क किया. वहां से उन्होंने व्यवसायी को मालदा टाउन स्टेशन भेज दिया. इस बीच मालदा रेल पुलिस ने बोगी के सुरक्षा गार्ड के मार्फत सूचना मिलने पर रेल पुलिस ने कंपार्टमेंट से बैग बरामद किया और उसे मालदा रेल पुलिस को जमा दिया. जब रामचंद्र भौमिक मालदा टाउन स्टेशन पहुंचे तो वहां की जीआरपी ने उन्हें रुपये से भरे बैग को सुपुर्द किया. उन्होंने कहा कि आम तौर पर देखा जाता है कि ट्रेनों में चोरी-छिनताई की घटना घटती है. आरोप लगता है कि रेल पुलिस की लापरवाही से ये सब हो रहे हैं. लेकिन जिस तरह से उनके रुपये से भरे बैग को रेल पुलिस ने उन्हें साबुत लौटाया उससे यह धारणा गलत साबित होती है.
मालदा रेल पुलिस के एएसआई शुकदेव सिंह ने बताया कि रेल पुलिस यात्रियों की सुरक्षा के लिये ही तैनात रहती है. शिकायत मिलते ही उन्होंने कार्रवाई की है जिसके बाद बुधवार व्यवसायी को उनके 86 हजार रुपये वाला बैग सौंप दिया गया.
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