दार्जिलिंग : अगल राज्य गोरखालैंड के लिए 2017 में हुए आंदोलन में शहीद आंदोलनकारियों के स्मरण में गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (विनय गुट) सोमवार को स्मृति संकल्प दिवस आयोजित करेगी. इसकी जानकारी गोजयुमो विनय गुट के केंद्रीय अध्यक्ष अमृत योंजन ने दी.
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अलग राज्य के लिए पहल करे गोरखालैंड : गोजयुमो
दार्जिलिंग : अगल राज्य गोरखालैंड के लिए 2017 में हुए आंदोलन में शहीद आंदोलनकारियों के स्मरण में गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (विनय गुट) सोमवार को स्मृति संकल्प दिवस आयोजित करेगी. इसकी जानकारी गोजयुमो विनय गुट के केंद्रीय अध्यक्ष अमृत योंजन ने दी. बातचीत के दौरान अध्यक्ष योंजन ने बताया कि 2017 में दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र […]
बातचीत के दौरान अध्यक्ष योंजन ने बताया कि 2017 में दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में अलग राज्य गोर्खालैंड गठन की मांग को लेकर आंदोलन हुआ था. उक्त आंदोलन में करीब 13 लोग शहीद हुए थे. उन्हीं शहीदों के स्मरण में स्मृति संकल्प दिवस का आयोजन कर याद किया जायेगा.
श्री योंजन ने बताया कि आयोजित स्मृति संकल्प दिवस में गोजयुमो समर्थक दीप व कैंडल जलाकर शहीदों का स्मरण करेंगे. शहीदों ने अलग राज्य गोर्खालैंड का जो सपना देखा था, उसको पूरा करने के लिए हमलोग संकल्प भी लेंगे. गोजयुमो विनय गुट ने अलग राज्य गोर्खालैंड गठन के समर्थन में पिछले कुछ दिनों पहले से पहाड़ लेकर तराई सिलीगुड़ी आदि क्षेत्रों में कुछ दिनों पहले पोस्टर चिपकाया था.
इसी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट को गोर्खालैंड गठन को लेकर पत्राचार किया जा चुका है. अध्यक्ष योंजन ने कहा कि 17 जून से एनडीए टू का पहला संसदीय अधिवेशन होने जा रहा है.
इस संसदीय अधिवेशन के दौरान अलग राज्य गोर्खालैंड गठन को लेकर पहल शुरू करने की अपील दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किया है. गोर्खालैंड गठन की उम्मीद लेकर दार्जिलिंग की जनता 2009 से भाजपा को जीता रही है. पिछले 2009 के लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा सीट से भाजपा ने वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को उम्मीदवार बनाकर भेजा था.
दार्जिलिंग की जनता ने जसवंत सिंह को भारी मतों से विजयी बनाया था. उस दौरान केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बन पायी थी. परंतु 2014 में भाजपा ने फिर दार्जिलिंग लोकसभा सीट से एसएस अहलुवालिया को उम्मीदवार बनाकर भेजा था. उस वक्त भी दार्जिलिंग की जनता ने भाजपा को भारी मतों से विजय बनाया था.
केन्द्र में भाजपा का पूर्ण बहुमत की सरकार का गठन हुआ था. लेकिन पांच साल की अवधि में केन्द्र की भाजपा सरकार ने दार्जिलिंग और गोर्खाओं के लिए कुछ नहीं किया. इसलिये हमलोगों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजु बिष्ट को दार्जिलिंग में उम्मीदवार बनाकर भेजा था.
दार्जिलिंग की जनता ने भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट को भारी मतों से विजय बनाया है. इस बार भी दार्जिलिंग की जनता ने भाजपा को गोर्खालैंड गठन की उम्मीद लेकर वोट दिया है. इसलिये जनता की उम्मीदों को पूरा करना होगा. हमलोग भी गोर्खालैंड के कर्मठ सदस्य हैं.
जरूरत पड़ने पर हमलोग राज्य सरकार से भी इस संदर्भ में बात करने को तैयार हैं. पिछले 2017 के गोर्खालैंड आन्दोलन के दौरान गोर्खालैंड समर्थकगणों की टोली ने तत्कालीन केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ भेंटवार्ता में संघीय ढाचा को पालन करने का आह्वान करते हुये राज्य सरकार के माध्यम से बैठक में आने का संकेत दिया था.
पिछले 2017 के सितम्बर माह में कोलकाता में हुए सर्वदलीय बैठक के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अलग राज्य गोर्खालैंड के विषय को केन्द्र सरकार का विषय बताया था. इसी तरह से 2019 के लोकसभा और दार्जिलिंग विधानसभा उपचुनाव के दौरान गोर्खाओं के जातीय पहचान और राजनीतिक सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहल कर देने की घोषणा कर चुकी हैं.
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