सिलीगुड़ी : विश्व धरोहर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) को और विकसित करने का निर्णय रेलवे ने लिया है. इसके लिए यूनेस्को का कॉम्प्रीहेन्सिव कंजरवेशन एंड मैनेजमेंट प्लान (सीसीएमपी) भी अंतिम चरण में पहुंच गया है. प्लान का कार्य पूरा होने पर यूनेस्को की अध्यक्षता में एक बैठक बुलायी जायेगी.
इस बैठक में राज्य सरकार, रेलवे सहित सभी स्टेक होल्डर उपस्थित होंगे. यहां बता दें कि यूनेस्को ने करीब दो वर्ष पहले सीसीएमपी को लेकर भारतीय रेलवे के साथ एक एग्रीमेंट किया था. इसके साथ ही ट्वॉय ट्रेन में और दो वातानुकूलित कोच, एक डायनिंग कोच व दो विस्टा डोम कोच लगाये जायेंगे. ट्वॉय ट्रेन के सभी इंजन की मरम्मत का कार्य जारी है.
13 इंजन में 8 ठीक तरह से कार्य कर रहे हैं. पांच की मरम्मती का कार्य जारी है. जिसमें से दो इंजन के ब्वॉयलर बनाया जा रहा है. इसके अतिरिक्त टॉय ट्रेन के सुचारु संचालन के लिए सिलीगुड़ी जंक्शन से सुकना तक रेलवे लाइन को गार्ड वॉल से घेरा जायेगा. ताकि अवैध पार्किंग व उससे हो रही समस्या से ट्रेन संचालन में निजात मिल सके.