सिलीगुड़ी: नामांकन प्रक्रिया के पहले ही दिन सिलीगुड़ी से सटे एनजेपी पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत सूर्यसेन कॉलेज में तृणमूल कांग्रेस व एसएफआइ समर्थकों के बीच जमकर संघर्ष हुआ और कॉलेज परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
इस वारदात में दो एसएफआइ समर्थक जख्मी हो गये. गंभीर रूप से जख्मी यूनिट सचिव संतोष सहनी को सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. वहीं अन्य एक जख्मी एसएफआइ के दाजिर्लिंग जिला कमिटी के सदस्य नंदन भट्टाचार्य को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया.
नंदन भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस पर दादागिरी का आरोप लगाते हुए कहा कि नामांकन के लिए फॉर्म लेने में विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए एसएफआइ की ओर से कॉलेज कैंपस में कैंप लगाकर हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गयी थी. दोपहर करीब 1.00 बजे तृणमूल कांग्रेस की छात्र परिषद (टीएमसीपी) के दाजिर्लिंग जिला अध्यक्ष निर्णय राय उर्फ पोचा के नेतृत्व में टीएमसीपी के गुंडों ने एसएफआइ के कैंप पर धावा बोल दिया. कैंप हटाने को लेकर एसएफआइ के झंडे, बैनर फाड़ डाले . इसका विरोध करने पर एसएफआइ के कॉलेज यूनिट सचिव संतोष सहनी को बुरी तरह पीटा गया. गुंडों ने बेल्ट से पिटाइ कर संतोष के शरीर पर गंभीर चोटें पहुंचायी. इसकी खबर मिलते ही नंदन भट्टाचार्य तब संतोष को बचाने मौके पर पहुंचे, तो उनको भी नहीं बख्शा गया.
एनजेपी पुलिस चौकी में मामला दर्ज कराया
नंदन ने कहा कि उपचार प्रक्रिया के बाद टीएमसीपी की गुंडागर्दी के खिलाफ एनजेपी पुलिस चौकी में मामला दर्ज कराया जायेगा. एसएफआइ के दाजिर्लिंग जिला के अध्यक्ष सौरभ दास ने कहा कि सत्ता परिवर्तन के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस हर क्षेत्र में दादागिरी व आतंक की राजनीतिक कर रही है. लेकिन अब शिक्षा के मंदिर में तृणमूल कांग्रेस को ऐसी ओछी राजनीति नहीं करने दी जायेगी. तृणमूल कांग्रेस की गुंडागर्दी के खिलाफ एसएफआइ बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी. वहीं टीएमसीपी के दाजिर्लिंग जिला के अध्यक्ष निर्णय राय उर्फ पोचा से इस बाबत फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन मोबाइल फोन का स्वीच ऑफ होने से संपर्क नहीं हो सका.