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कांग्रेस, भाजपा व माकपा ने मिलकर किया बोर्ड गठऩ कांग्रेस के श्याम बने प्रधान व पूनम निर्विरोध बनीं उप प्रधान
बिन्नागुड़ी : जहां एक और पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार को हटाने के लिए सभी पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिये प्रयासरत है. वहीं दूसरी ओर राज्य में धुपगुड़ी ब्लॉक अंतर्गत बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत में माकपा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संगठित होकर तृणमूल कांग्रेस […]
बिन्नागुड़ी : जहां एक और पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार को हटाने के लिए सभी पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिये प्रयासरत है. वहीं दूसरी ओर राज्य में धुपगुड़ी ब्लॉक अंतर्गत बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत में माकपा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संगठित होकर तृणमूल कांग्रेस को ग्राम पंचायत बोर्ड से बाहर कर दिया.
विदित हो कि बिनागुड़ी ग्राम पंचायत में कुल 23 सीटें हैं. जिसमें कांग्रेस को 9, भाजपा को 7, तृणमूल कांग्रेस को 6 और माकपा को 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी. समय का चक्र ऐसा चला कि कांग्रेस के 4 उम्मीदवार बागी बनकर तृणमूल में शामिल हो गए. जिसके कारण तृणमूल कांग्रेस की 10 सीटें हो गई वहीं कांग्रेस 9 से घटकर 5 पर आ गई. लेकिन उसे भारतीय जनता पार्टी और माकपा का भरपूर समर्थन में शीर्ष पद तक लाकर खड़ा कर दिया.
ग्राम पंचायत बोर्ड गठन में कांग्रेस की ओर से दीपक कुमार श्याम, तृणमूल कांग्रेस की ओर से सुमनती उरांव को प्रधान के रूप में खड़ा किया गया था. इसके लिए गुप्त मतदान किया गया था. कांग्रेस उम्मीदवार दीपक कुमार श्याम जो बिनागुड़ी ग्राम पंचायत के उम्मीदवार हैं, उन्हें 13 वोट और तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार को 10 वोट मिले. इस प्रकार प्रधान की दौड़ में कांग्रेस ने बाजी मार ली.
वहीं उप प्रधान के लिए पूनम शर्मा को कांग्रेस ने खड़ा किया था. पूनम शर्मा निर्विरोध जीती. इसका कारण सुरक्षित सीट रहा. यह भी कांग्रेस उम्मीदवार तथा 187 पार्ट के नवनिर्वाचित पंचायत सदस्य हैं. बिनागुड़ी ग्राम पंचायत में इस बार उप प्रधान का पद सुरक्षित था. जिसमें 80 महिला उम्मीदवार का चयन होना अनिवार्य था. पूनम शर्मा इस बार के चुनाव में इकलौती अनुसूचित जाति की महिला उम्मीदवार थी.
जिसके कारण इसके विरोध में कोई खड़ा ही नहीं हुआ. बोर्ड गठन के बाद कांग्रेस के बानरहाट ब्लॉक प्रसिडेंट बलराम राय ने कहा कि जिस प्रकार जनता ने जनादेश हमें दिया था. उसके कार्यों के लिए हमारी पार्टी खड़ी है. जो कार्य पिछले 5 वर्षों में नहीं हुआ है.
उसे हमारी पार्टी करेगी. इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी के बानरहाट ब्लॉक प्रसिडेंट उमेश यादव ने बताया कि जनता भ्रष्टाचार और संत्रास से काफी दुखी थी. जिसके कारण जो भी खंडित जनादेश दिया उसे हम स्वीकार करते हुए कांग्रेस को समर्थन दिया. वहीं सबसे बड़ा दल भारतीय जनता पार्टी ने प्रधान या उपप्रधान किसी भी पद पर अपनी दवा नहीं किया.
जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता निराश भी दिखे. प्रधान पद पर जो व्यक्ति बप्पा श्याम को चुना गया है, वह निष्पक्ष और निर्विरोध होने के कारण बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर करते हुए मिठाइयां भी बांटी.
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