-20 को नाथुला पार करके तिब्बत में करेंगे प्रवेश
गंगतोक : डोकलाम विवाद के बाद पिछले साल अचानक नाथुला दर्रे से होकर कैलास मानसरोवर यात्रा रोक दी गयी थी. इस बार नाथुला के रास्ते यात्रा फिर शुरू हो गयी है. शनिवार को यात्रियों का पहला जत्था गंगतोक से रवाना हुआ. सिक्किम के अतिरिक्त मुख्य सचिव एससी गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में सकुशल यात्रा की कामना करते हुए झंडा दिखाकर जत्थे को रवाना किया.
दिल्ली से कैलास मानसरोवर की नाथुला होकर यात्रा में 18 दिन लगते हैं. दिल्ली से यात्री शुक्रवार को गंगतोक पहुंचे. इन यात्रियों को शनिवार को 15 माइल जलवायु अनुकूलन के लिए ले जाया गया. दो रात 15 माइल में रखने के बाद दो रात सेरेथांग में रखा जायेगा. इसके बाद 20 जून को नाथुला दर्रे पार करके यात्री चीन के तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र में प्रवेश करेंगे. इस पहले जत्थे में 35 तीर्थयात्री शामिल हैं. एक जुलाई को इनकी यात्रा संपन्न होगी. इस बार 10 जत्थे सिक्किम होकर कैलाश मानसरोवर यात्रा करेंगे.
श्री गुप्ता ने तीर्थयात्रियों को नियम व शर्तों के बारे में समझाया और उनसे आग्रह किया कि वे एक – दूसरे के साथ तथा सहायक स्टाफ के साथ सहयोग करें. पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन सचिव सीपी ढाकल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के उपमहानिरीक्षक के डी द्विवेदी, उप कमांडेंट गणेश रोहतेला और सिक्किम पर्वतारोहण एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंजांग गायत्सो ने भी तीर्थयात्रियों से बातचीत की. पिछले साल डोकलाम मुद्दे पर टकराव के चलते चीन ने सिक्किम मार्ग से होनेवाली यात्रा रोक दी थी.