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दो वार्डों के बीच फंसे पूर्व विवेकानंद पल्ली के निवासी
सिलीगुड़ी : दो देशों के सीमांत इलाके जैसा हाल ही सिलीगुड़ी के पूर्व विवेकानंद पल्ली के निवासियों का हो गया है. इलाकाई लोगों का आरोप है कि पिछले दो महीने से भी अधिक समय से सड़क पर कचरे का अंबार लगा है, लेकिन उसे साफ करने वाला कोई नहीं है. जबकि डेंगू को लेकर सिलीगुड़ी […]
सिलीगुड़ी : दो देशों के सीमांत इलाके जैसा हाल ही सिलीगुड़ी के पूर्व विवेकानंद पल्ली के निवासियों का हो गया है. इलाकाई लोगों का आरोप है कि पिछले दो महीने से भी अधिक समय से सड़क पर कचरे का अंबार लगा है, लेकिन उसे साफ करने वाला कोई नहीं है. जबकि डेंगू को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य पूरे शहर में अभियान चला रहे हैं.
जल जमाव करने वालों को 1 लाख तक का जुर्माना लगाने का निर्देश उन्होंने दिया है. वहीं दो वार्डों की सीमा जमा कचरे को हटाने व हाईड्रेन की सफाई करने वाला कोई नहीं.
सिलीगुड़ी में राजा राम मोहन राय सड़क नगर निगम के 15 व 38 नंबर वार्ड से होकर गुजरती है. इसी रोड से पूर्व विवेकानंद पल्ली जाया जा सकता है. राजा राम मोहन राय रोड से होकर पूर्व विवेकानंद पल्ली जाने का मोड़ दो वार्डों की सीमा है. इसी मोड़ पर एक मकान था. मकान मालिक ने पूरी जमीन किसी प्रमोटर को बेच दी. अत्याधुनिक तौर पर अपार्टमेंट बनाने के लिए प्रमोटर ने पुराने मकान को ढाह दिया है. ढाहने का काम करीब तीन महीने पहले शुरू हुआ है. राजा राम मोहन राय रोड व पूर्व विवेकानंद पल्ली जाने वाली दोनों सड़के इस जमीन को लगती है. दोनों सड़क के किनारे पर हाईड्रेन है.
मकान तोड़ने के दौरान गिरने वाले कचरे से ड्रेन भर गया है. आलम यह है कि हाई ड्रेन में मात्र दो फीट की जगह है. यहीं से इलाके का गंदा पानी बहता है. हल्की बारिश होने से हाइड्रेन का गंदा पानी सड़क पर आ जाता है. वार्ड नंबर 15 व 39 से होकर आने वाली यह हाइ ड्रेन पूर्व विवेकानंद पल्ली मोड़ पर मिलकर वार्ड नंबर 38 को जाती है.
हाइ ड्रेन में कचरा होने की वजह से पानी के साथ बहकर आने वाले थर्मोकोल का प्लेट, प्लास्टिक व कचरा इसी मोड़ पर आकर जम गया है. जिसकी वजह से गंदा पानी बहना भी मुश्किल है. इस मोड़ से पूर्व विवेकानंद पल्ली की ओर जाने वाली सड़क वार्ड नंबर 38 में है. मोड़ पर एक शनि मंदिर बना हुआ है.
इस मंदिर के पीछे कचरे का अंबार लगा हुआ है. बार-बार वार्ड पार्षद से कचरा हटाने की गुहार लगाने के बाद भी समस्या जस की तस है. बिल्डर की ओर से भी कचरे को हटाने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी.
वार्ड 15 दो साल से अनाथ
यहां बता दें कि वार्ड नंबर 15 पिछले दो वर्षों से अनाथ है. वर्ष 2015 के निगम चुनाव में सिलीगुड़ी नगर निगम में वाम बोर्ड को बैठाने में किंगमेकर की भूमिका निभाने वाले अरविंद घोष उर्फ ओमू दा एक वर्ष बाद ही स्वर्ग सिधार गये. वार्ड पार्षद के न होने से 15 नंबर वार्ड में नागरिक परिसेवा को लेकर निगम की वाम बोर्ड पर सवाल उठते रहे हैं. अब तो 15 नंबर वार्ड पार्षद के न होने का सितम पड़ोसी वार्ड वासियों को भी भूगतना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं 38 नंबर वार्ड पार्षद
38 नंबर वार्ड पार्षद आलोक दत्ता ने बताया कि सिलीगुड़ी नगर निगम आवश्यकता के अनुसार सफाई कर्मचारी मुहैया नहीं कराती है. जिसकी वजह से वार्ड में साफ-सफाई कराना एक समस्या है. वहीं दूसरी ओर पूर्व विवेकानंद पल्ली को जाने वाली मोड़ तक का हिस्सा वार्ड नंबर 15 है. जहा कोई भी पार्षद नहीं है. इस मोड़ से लगी जमीन भी वार्ड नंबर 15 में है.
उस जमीन पर बने मकान को तोड़ने की वजह से हाइ ड्रेन में कचरा भरा है. इस मोड़ पर मिलने वाली हाइ ड्रेन वार्ड नंबर 15 और 39 से होकर आती है. इन दोनों वार्ड का कचरा यहां आकर मिलता है. कई बार इस हाइ ड्रेन को साफ कराने के लिए निगम के सफाई विभाग को अर्जी दी गयी लेकिन कुछ हुआ है.
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