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सात से पहाड़ पर खुल जायेंगी सभी राशन दुकानें : खाद्य मंत्री

सिलीगुड़ी. अलग राज्य गोर्खालैंड की मांग को लेकर कुल 104 दिनों तक पहाड़ बंद रहने और खाद्य संकट की वजह से अब भी सभी सरकारी राशन दुकानें बंद पड़ी है. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साहसिक कदम से पहाड़ पर बंद सभी राशन दुकानें सात अक्टूबर से खुल जायेंगी. यह दावा किया है ममता सरकार […]

सिलीगुड़ी. अलग राज्य गोर्खालैंड की मांग को लेकर कुल 104 दिनों तक पहाड़ बंद रहने और खाद्य संकट की वजह से अब भी सभी सरकारी राशन दुकानें बंद पड़ी है. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साहसिक कदम से पहाड़ पर बंद सभी राशन दुकानें सात अक्टूबर से खुल जायेंगी. यह दावा किया है ममता सरकार में खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने. वह बुधवार उत्तर बंगाल के राज्य मिनी सचिवालय सिलीगुड़ी के फूलबाड़ी स्थित उत्तरकन्या में पहाड़ पर खाद्य संकट जल्द दूर करने के लिए अन्य दो मंत्रियों पर्यटन मंत्री गौतम देव और उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष के साथ दार्जिलिंग,कालिम्पोंग,जलपाईगुड़ी जिला और सिलीगुड़ी के उच्चाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय प्रशासनिक बैठक कर रहे थे.

श्री मल्लिक ने कल से ही पहाड़ पर खाद्य-सामग्रियां पहुंचाने के लिए जिला अधिकारियों, खाद्य आपूर्ति दफ्तरों के अधिकारियों के अलावा पहाड़ के समस्त राशन डीलरों, डिस्ट्रिब्यूटरों व आटा मिलों के मालिकों के साथ कई घंटों की मैराथन मीटिंग की. मीटिंग के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए श्री मल्लिक ने कहा कि सरकार के पास खाद्य-सामग्रियों की कोई कमी नहीं है. पहाड़ पर राशन भेजने के लिए सिलीगुड़ी के सभी एफसीआइ गोदामों में पर्याप्त मात्रा में खाद्य-सामग्रियां मौजूद है.

कल से ही पहाड़ पर कुल 1100 ट्रकों के जरिये खाद्य-सामग्रियों की आपूर्ति की कवायद शुरु कर दी जायेगी. विदित हो कि इससे पहले भी पहाड़ पर खाद्य संकट दूर करने के लिए पूजा से पहले भी खाद्य मंत्री के अगुवायी में उत्तरकन्या में प्रशासनिक मीटिंग हो चुकी है, लेकिन उस दौरान पहाड़ बंद की वजह से खाद्य-सामग्रियों की आपूर्ति पहाड़ पर नहीं की जा सकी.

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