अधिकांश होटल खासकर फुटपाथी होटल और फास्ट फूड विक्रेता धड़ल्ले से कुंए का पानी इस्तेमाल कर रहे हैं और ग्राहकों को भी पीने के लिए कुंए का पानी ही दे रहे हैं. इसे लेकर दुकानदारों और ग्राहकों के बीच अब झगड़ा भी होने लगा है. ऐसा ही नजारा बुधवार को हार्ट ऑफ सिटी सेवक मोड़ के पास देखा गया. हुंआ यूं कि दो युवक विपुल कुमार और राजीव कुमार एक फास्ट फूड की गुमटी में चाउमीन और मोमो खाने आये. खाने के बाद दुकानदार ने दोनों को पीने के लिए पानी का बोतल दिया. पानी का स्वाद दोनों को अजीब सा लगा. गुमटी में बाल्टी पर दोनों की नजर पड़ी. बाल्टी में रस्सी लगा था. जिसे देखकर दोनों को संदेह हुआ. दोनों ने दुकानदार से पूछा कि क्या पानी कुंए का है.
यह सुनकर दुकानदार आराम से बात करने के बजाय झल्ला उठा और उल्टा दोनों के साथ झगड़ा करने पर उतारु हो गया. इसे लेकर दोनों युवकों और दुकानदार के बीच काफी देर तक नोंक-झोंक भी हुई. चिल्ला-चिल्ली से मौके पर लोगों की भीड़ भी इकट्ठी हो गयी. दुकानदार का कहना है कि सरकारी पानी नहीं आ रहा. ऐसे में कुंए का पानी ही इस्तेमाल करना मजबूरी है. वहीं दोनों युवक का कहना है कि पहले क्यों नहीं बताया कि कुंए का पानी है. विप्लव का कहना है कि जिसे ज्यादा मजबूरी होगी वह पियेगा. युवकों की बातों का अन्य लोगों ने भी समर्थन किया. लोगों का कहना है कि अगर कुंए का पानी पीने से किसी को कुछ हो गया तो उसका जिम्मेवार कौन होगा.