इसके साथ ही वहां भारी संख्या में सीआरपीएफ जवानों की भी तैनाती की गयी है. दूसरी तरफ, गोजमुमो ने अपने बागी नेता के खिलाफ हमलावर तेवर अपना लिया है और पुलिस सुरक्षा से निकलने की चुनौती दी है. गोजमुमो का कहना है कि विनय तमांग ने राज्य की ममता सरकार के साथ सांठगांठ कर गोरखालैंड आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की है.
गोजमुमो की प्रवक्ता विनीता रोका ने बताया है कि विनय तमांग की राज्य सरकार के साथ मिलीभगत साफ -साफ दिख रही हैं. राज्य की पुलिस गोजमुमो नेताओं को गिरफ्तार कर रही है. वहीं दूसरी ओर, विनय तमांग के खिलाफ 44 मुकदमे दर्ज है और उन्हें पुलिस सुरक्षा दी जा रही है. ऐसा लगता है कि श्री तमांग ने गिरफ्तारी से बचने के लिए राज्य सरकार के साथ समझौता कर लिया है. विनीता रोका ने विनय तमांग द्वारा गोजमुमो सुप्रीमो विमल गुरुंग के खिलाफ लगाये गये तामम आरोपों को भी खारिज कर दिया.
विनय तमांग ने कल ही विमल गुरुंग तथा रोशन गिरि पर काफी संपत्ति बनाने का आरोप लगाया था और कहा था कि दोनों के देश-विदेश में कई घर व होटल हैं. इसके जवाब में विनीता रोका ने कहा कि विनय तमांग अब तक क्यों चुप थे. अब जब उनको पार्टी से निकाल दिया गया है तो वह गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने विनय तमांग के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी हत्या के लिए नेपाल से दो शार्प शूटर मंगवाये गये हैं. विनीता रोका ने कहा कि वह जो आरोप लगा रहे हैं, उसका प्रमाण दें. यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जायेगा. श्रीमती रोका ने विनय तमांग पर राज्य सरकार के साथ मिलकर गोरखालैंड आंदोलन को कमजोर करने का भी आरोप लगाया.