स्वास्थ्य विभाग के सूत्र के अनुसार, दो विशेषज्ञों से बात चल रही है. उनकी सलाह के अनुसार जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं. विभाग की ओर से प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित कर लोगों को विभिन्न तरह के संक्रामक रोगों से बचने के लिए सचेत किया जा रहा है. शनिवार को दिनहाटा महकमा अस्पताल की ओर से सालमारा में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर करीब 800 मरीजों का इलाज किया गया. एसयूसीआइ की ओर से भी स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किये जा रहे हैं.
बाढ़ के चलते खासतौर से ग्रामीण इलाकों में पेयजल का संकट पैदा हो गया है. जगह-जगह पाइपलाइन के टूटने से शहरी क्षेत्रों में भी जलापूर्ति प्रभावित हो रही है. लोग कुएं और तालाबों के पानी पर निर्भर कर रहे हैं. इस से वे संक्रमण का शिकार हो रहे हैं. बाढ़ ने जलापूर्ति व्यवस्था को भी कटघरे में ला खड़ा किया है. प्रशासन की ओर से पहले से इसकी कोई व्यवस्था नहीं किये जाने से आम लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.