पानागढ़. पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा ग्राम पंचायत अधीन पानागढ़ बाजार समेत पानागढ़ के विभिन्न इलाकों में महज 24 घंटे की बारिश में ही निकासी व्यवस्था फेल हो गयी. पानागढ़ हिंदी हाइस्कूल पाड़ा, शर्मा पाड़ा, रनडीहा मोड़ ,रेलपार, शारदा पल्ली, रेल कॉलोनी इलाके समेत कांकसा के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के कारण जलजमाव से स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब से मनरेगा का काम बंद हुआ है तब से ही पंचायत क्षेत्र के प्रत्येक इलाके में एक दिन की ही बारिश में इस तरह जलजमाव हो जा रहा है. कांकसा ग्राम पंचायत के विपक्षी दल के भाजपा समर्थित पंचायत सदस्य आनंद कुमार का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस परिचालित पंचायत प्रधान द्वारा कोई भी विकास कार्य क्षेत्र में नहीं हो रहा है. केवल कागजों पर ही विकास चल रहा है. एक दिन की बारिश में ही यह अवस्था ग्राम पंचायत के प्रत्येक इलाके में देखने को मिल रही है. हालांकि इस मामले को लेकर कांकसा ग्राम पंचायत क्षेत्र के तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता संदीप सिंह महल का कहना है कि भाजपा द्वारा लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं. पंचायत द्वारा बरसात के पूर्व प्रत्येक इलाके में मजदूर लगाकर काम कराया गया था. जहां तक प्रधान और उप प्रधान की बात है तो 71 और 72 नंबर संसद में 10 वर्षों से भाजपा पंचायत सदस्य जीतते आये हैं. इस बार भी पंचायत के पानागढ़ बाजार के 10 संसद पर भाजपा के पंचायत सदस्य जीते हैं. उस क्षेत्र के पंचायत सदस्यों ने क्यों नही बरसात के पूर्व अपने क्षेत्र के निकासी व्यवस्था को दुरुस्त किया. प्रधान और उप प्रधान तो हैं ही लेकिन विकास के लिए बाकी काम तो क्षेत्र के पंचायत सदस्यों को करना होगा. केवल हल्ला मचाने से काम नहीं होता. इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है. मामले को लेकर अधिवक्ता शंभू चौधरी, उद्योगपति रतन अग्रवाल, शिक्षक अभिषेक तिवारी आदि इस जल निकासी समस्या का जल्द समाधान चाहते हैं.
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