बैरकपुर. उत्तर 24 परगना जिले के दक्षिणेश्वर में रेलवे की जमीन पर बसीं अवैध झुग्गियों को हटा कर जमीन खाली कराने आये रेलवे अधिकारियों के खिलाफ बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया. लोगों के विरोध को देखते हुए एक बार फिर अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा. कुछ दिनों पहले ही रेलवे प्रशासन की ओर जगह खाली करने के लेकर नोटिस लगाया गया था. उसी के तहत बुधवार सुबह रेलवे पुलिस व बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के कई अधिकारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे. पुलिस की टीम के घटनास्थल पर पहुंचने से इलाके में तनाव देखा गया. इसके बाद रास्तों पर महिलाएं व पुरुष अवरोध करने लगे. विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों की मांग थी कि यहां 50-60 वर्षों से करीब 800 परिवार रह रहे हैं. इनके पास दक्षिणेश्वर रेल बस्ती क्षेत्र के नाम का पहचान पत्र भी है. उनका कहना है कि पुनर्वास के बिना अतिक्रमण हटाने नहीं दिया जायेगा. बेदखली से पहले पुनर्वास की व्यवस्था की जानी चाहिए, वे पुनर्वास के बिना इस जगह को नहीं छोड़ेंगे. उधर, स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए रेलवे प्रशासन को वापस लौटना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुनर्वास की व्यवस्था किये बिना उन्हें इलाके से बेदखल नहीं किया जा सकता. वे लोग बहुत गरीब और असहाय हैं. लोगों का कहना है कि कुछ दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं, तो कोई वैन चलता है. कई लोग सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते है. कुछ लोगो ने बताया कि वे दक्षिणेश्वर मंदिर में भीख मांग कर जिंदगी गुजार रहे हैं. इन लोगों के लिए कहीं दूसरी जगह पर किराये का मकान लेकर रहना संभव नहीं है.
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