11,953 बोगियों में भी लगाये गये सीसीटीवी कैमरे
अपराध रोकने में मिलेगी मदद
कोलकाता. भारतीय रेलवे विश्व के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है, जो प्रतिदिन 13,000 से अधिक यात्री ट्रेनें संचालित करता है. इनमें मेल/एक्सप्रेस, पैसेंजर और उपनगरीय ट्रेनें शामिल हैं, जिनसे रोजाना करीब 2.4 करोड़ यात्री यात्रा करते हैं. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों की निगरानी किसी मानव नेत्रों से संभव नहीं है ऐसे में रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों की निगरानी के लिए तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरों का सहारा ले रहा है. इसी वर्ष के प्रारंभ में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए रेलवे रेलवे के सभी डिब्बों और इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया था. अब तक 11,953 कोचों में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली उपलब्ध करायी जा चुकी है. इसी अभियान के तहत 1,731 स्टेशनों पर भी अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों को इंस्टॉल किया गया है.रेलवे के आदेश के अनुसार 74,000 डिब्बों और 15,000 इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया गया है. यात्री डिब्बे: प्रत्येक कोच में चार सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. जिसमें दोनों प्रवेश द्वारों पर दो-दो कैमरे होंगे. जबकि प्रत्येक इंजन में छह सीसीटीवी कैमरे होंगे, जो इंजन के आगे, पीछे और दोनों तरफ इंस्टॉल किये जा रहे हैं. सीसीटीवी कैमरे चोरी, छेड़छाड़, उत्पीड़न और अन्य अपराधों को रोकने में कारगर होंगे. इसके अलावा, आग, चिकित्सा आपातकाल या दुर्घटना जैसी आपात स्थितियों में सीसीटीवी फुटेज से घटना की सटीक जानकारी मिल सकेगी, जिससे रेलवे अधिकारी तुरंत और प्रभावी कार्रवाई कर सकेंगे.
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