कोलकाता. मंगलवार को राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस द संस्कृत कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी के द्वि-शताब्दी समारोह के समापन समारोह में पहुंचे. बंकिम चटर्जी स्ट्रीट के हेरिटेज बिल्डिंग में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने कहा कि 1824 में स्थापित संस्कृत कॉलेज और विश्वविद्यालय, बंगाल के गौरवशाली इतिहास का गवाह है. यहां से कई मेधावियों ने अध्ययन किया है. यह संस्थान न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे भारत के सबसे पुराने शैक्षणिक संस्थानों में से एक है. कॉलेज स्ट्रीट स्थित इस संस्थान को शिक्षाविद् और समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के छात्र और शिक्षक होने का गौरव प्राप्त है. यह बंगाल की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इससे नयी युवा पीढ़ी को सीखने की जरूरत है. समापन समारोह में श्री बोस ने कहा कि 200 वर्ष पुराना यह संस्थान अपने आप में कई कहानियां समेटे हुए है. इस संस्थान में अभी भी कई दुर्लभ चीजें रखी हुई हैं, जो रिसर्च करने वालों के काफी काम आयेंगी. राज्यपाल ने सभी शिक्षकों से इसकी शिक्षा को विस्तारित व मूल्यपरक बनाने का आह्वान किया. समापन समारोह में वाइस चांसलर के अलावा कई शिक्षक, अधिकारी व विद्यार्थई उपस्थित रहे. समापन समारोह में विद्यार्थियों द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया.
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