छात्रों पर लाठीचार्ज की घटना पर मांगी रिपोर्ट कोलकाता. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को कोलकाता पुलिस को नोटिस जारी कर 27 अगस्त को ‘नबान्न अभियान’ के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा किये गये बल प्रयोग पर स्पष्टीकरण मांगा है. यह अभियान आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की महिला जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में शुरू किया गया था. सूत्रों के अनुसार, एनएचआरसी ने अगले 14 दिनों के भीतर कोलकाता पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. आयोग का मानना है कि सोशल मीडिया पर छात्रों के एक समूह द्वारा आहूत नबान्न अभियान में भाग लेनेवाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन है. क्या है मामला: गौरतलब है कि 27 अगस्त की दोपहर को हावड़ा समेत राज्य के कुछ हिस्से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद रणक्षेत्र में तब्दील हो गये थे. राज्य सचिवालय ने पुलिस से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करने को कहा था. इस दौरान कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गये. इस सिलसिले में कुल 220 गिरफ्तारियां की गयीं. इसके अलावा, ऑपरेशन से पहले एहतियात के तौर पर 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया था कि अगर एहतियाती तौर पर गिरफ्तारियां नहीं की जातीं, तो स्थिति और खराब हो सकती थी.
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