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Mamata Banerjee Laid Foundation Stone of Durga Angan: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को न्यूटाउन में अपने महत्वाकांक्षी ‘दुर्गा आंगन’ कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि 2 साल में दुर्गा आंगन का निर्माण पूरा हो जायेगा. इसके बाद यहां साल के 365 दिन मां दुर्गा के दर्शन होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का प्रयास है. यह दुनिया का सबसे बड़ा दुर्गा आंगन होगा, जहां रोजाना एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.
दुर्गा पूजा के साथ सांस्कृतिक केंद्र होगा दुर्गा आंगन
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दुर्गा पूजा के साथ-साथ यह परिसर एक सांस्कृतिक केंद्र होगा, जो स्थानीय व्यापार और हस्तशिल्प को बढ़ावा देगा. यूनेस्को द्वारा कोलकाता की दुर्गा पूजा को ‘अमूर्त विरासत’ का दर्जा दिये जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दुर्गा आंगन बंगाल की ‘एकता में विविधता’ का प्रतीक है. इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण 2 लाख वर्ग फुट में होगा. इसका गर्भगृह 54 मीटर ऊंचा होगा.
1008 स्तंभ, 108 प्रतिमा और 64 सिंह मूर्तियां
पूरे दुर्गा आंगन परिसर में 1008 स्तंभ, 108 प्रतिमाएं और 64 सिंह मूर्तियां होंगी. एक सांस्कृतिक संग्रहालय भी बनेगा. उन्होंने कहा कि मंदिर इतना बड़ा होगा कि यहां एक बार में 1000 लोग बैठकर पूजा कर सकेंगे. मुख्यमंत्री के अनुसार, दुर्गा आंगन का कुल क्षेत्रफल 2 लाख वर्ग फीट से अधिक होगा. मंदिर प्रांगण में 1,000 से ज्यादा लोग एक साथ बैठ सकेंगे. इसमें शिव, गणेश, कार्तिक, सरस्वती और लक्ष्मी के लिए अलग-अलग मंदिर बनाये जायेंगे.

300 से अधिक पेड़ और 1000 फूलदार पौधे लगाये जायेंगे
ममता बनर्जी ने कहा कि प्रसाद रसोई, सांस्कृतिक संग्रहालय, सिंह द्वार, परिक्रमा पथ और पवित्र कुंड भी परियोजना का हिस्सा होंगे. उन्होंने कहा कि 300 से अधिक पेड़ और एक हजार फूलदार पौधे लगाये जायेंगे. यह गोल्ड-सर्टिफाइड ग्रीन बिल्डिंग होगी, जहां केवल 20 प्रतिशत क्षेत्र में एयर कंडीशनिंग की जरूरत होगी. दुर्गा आंगन के संचालन और देख-रेख के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक ट्रस्ट का गठन किया गया है.
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Mamata Banerjee Inaugurated Durga Angan: मुख्य सचिव के नेतृत्व में बना ट्रस्ट
ममता बनर्जी ने कहा कि इस परिसर के संचालन के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक ट्रस्ट बनाया गया है. उन्होंने मंच पर मुख्य सचिव से पूछा कि दुर्गा आंगन के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी हो गयी है या नहीं, इसके जवाब में मुख्य सचिव ने कहा कि निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. शिलान्यास के बाद ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में पश्चिम बंगाल देश में दूसरे स्थान पर है. जल्द ही यह पहले स्थान पर होगा.

17.28 एकड़ में बनेगा दुर्गांगन
दुर्गांगन के स्थल परिवर्तन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जो जमीन चिह्नित की गयी थी, वह 12 एकड़ थी, लेकिन दुर्गांगन के लिए और बड़ी जगह चाहिए. इसलिए इस जमीन का चयन किया गया, जो करीब 17.28 एकड़ है.
5 जनवरी को गंगा सागर सेतु का शिलान्यास करेंगी ममता
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 जनवरी को वह मूड़ी गंगा नदी पर लॉट नंबर आठ से कचूबेड़िया के बीच बनने वाले गंगासागर सेतु का शिलान्यास करेंगी. इससे सागरद्वीप भी सड़क मार्ग से जुड़ जायेगा और तब गंगासागर जाने में लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सेतु के निर्माण का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. राज्य सरकार ने इसके लिए 1700 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं. सेतु का निर्माण 2 साल में पूरा हो जायेगा.

दार्जिलिंग में रखेंगी महाकाल मंदिर की आधारशिला
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग जिले में प्रस्तावित महाकाल मंदिर को लेकर बड़ी घोषणा की. कहा कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में इस मंदिर की आधारशिला रखी जायेगी. न्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था कर ली गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल मंदिर के लिए भूमि का निरीक्षण पहले ही कर लिया है. महाकाल मंदिर निर्माण के लिए करीब 25.15 एकड़ जमीन आवंटित की गयी है. यहां महाकाल मंदिर के साथ अत्याधुनिक कल्चरल सेंटर भी बनाया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर निर्माण से उत्तर बंगाल में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.
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