हावड़ा कोर्ट में पुलिस व वकीलों के बीच मारपीट का मामला
संवाददाता, कोलकाता.
अप्रैल 2019 में हावड़ा नगर निगम परिसर में पार्किंग को लेकर पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. पूरा हावड़ा कोर्ट रणक्षेत्र में बदल गया था. एक महीने से अधिक समय तक हावड़ा कोर्ट में कामकाज पूरी तरह बंद रहा था. पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ हावड़ा कोर्ट के वकीलों ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी. शुक्रवार को न्यायाधीश देवांशु बसाक की बेंच में इस मामले की सुनवाई पूरी हुई, लेकिन कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.
जानकारी के अनुसार, आरोपी पुलिस अधिकारियों ने कोर्ट के समक्ष माफीनामा पेश कर मामले का निपटारा करने का अनुरोध किया था, जिसे हावड़ा कोर्ट के वकीलों ने स्वीकार नहीं किया. अब मामले की अगली सुनवाई में कोर्ट फैसला सुनायेगा कि आरोपी चार आइपीएस सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक अवमानना किया जायेगा या नहीं. मामले की अगली सुनवाई की तिथि तय नहीं हुई है. उल्लेखनीय रहे कि हावड़ा नगर निगम में पार्किंग को लेकर पहले निगम कर्मचारियों और वकीलों के बीच मारपीट हुई थी. खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में करने की कोशिश की. लेकिन इस दौरान वकील और पुलिसवाले आपस में भिड़ गये. पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज करते हुए आंसू गैस के गोले भी दागे थे. इससे कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गयी थी. कई वकील एवं पुलिसवाले जख्मी भी हुए थे.
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