कोलकाता. मुर्शिदाबाद हिंसा में मारे गये हर गोविंद दास व उनका बेटा चंदन दास माकपा समर्थक थे. जिला वाममोर्चा की ओर से एक विज्ञप्ति जारी कर यह दावा किया गया है. वाममोर्चा ने कहा है कि एसडीपीआइ व तृणमूल कांग्रेस द्वारा आग को हवा देने का यह नतीजा है. यह भी कहा गया है कि 11 अप्रैल को जिले के विभिन्न हिस्सों में वक्फ कानून के खिलाफ एसडीपीआइ, डब्ल्यूपीआइ, इमाम मुयाज्जीन जैसे संगठन व तृणमूल कांग्रेस ने जुटी भीड़ को उसकाया. सुती व शमशेरगंज के धुलियान में आंदोलनकारियों के साथ पुलिस का खंडयुद्ध हुआ. आंदोलन के नाम पर हिंसक कार्यकलाप को अंजाम दिया गया. पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए वाममोर्चा ने कहा कि पहले सूचना होने के बावजूद पुलिस ने कोई सार्थक कदम नहीं उठाया. पुलिस यदि जिम्मेदारी के साथ काम करती तो ऐसी घटना नहीं हुई होती.
पुलिस प्रशासन ने दर्शक की भूमिका निभायी. 12 अप्रैल को धुलियान में बाप-बेटे की हत्या की गयी. दोनों माकपा समर्थक थे. वाममोर्चा की ओर से परिवार के प्रति संवेदना जतायी गयी. वाममोर्चा ने प्रशासन से सेना तैनात करने की मांग उठायी. सभी स्तर पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की गयी है. घटना में मारे लोगों को मुआवजा देने की मांग भी की गयी है.
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