विपक्ष के नेता ने कहा : मुस्लिम समुदाय को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया
कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि राज्य में अल्पसंख्यकों, विशेषकर मुस्लिम समुदाय, को केवल वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चुनावों में मुस्लिम समुदाय से भारी समर्थन मिलने के बावजूद सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया, जिसके परिणामस्वरूप अल्पसंख्यकों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गयी है. अधिकारी ने दावा किया कि 2021 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 92 प्रतिशत और 2024 में 91 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिले, फिर भी पार्टी ने वक्फ मुद्दे पर समुदाय को गड्ढे में धकेल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल के कई नेताओं ने सैकड़ों एकड़ वक्फ भूमि पर कब्जा किया है, यही वजह है कि राज्य सरकार केंद्र के उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों का डेटा अपलोड करने में जानबूझकर देर कर रही थी. अधिकारी के अनुसार, जहां अन्य राज्यों ने अपने वक्फ संपत्ति विवरण समय पर अपलोड कर दिये, वहीं पश्चिम बंगाल की उदासीनता के चलते अब तक लगभग 80,000 संपत्तियों की जानकारी अपलोड नहीं की गयी है.उन्होंने बताया कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने इस संबंध में 27 अक्तूबर, 18 नवंबर और चार दिसंबर को राज्य सरकार को पत्र भेजे थे. इन पत्रों के बाद मुख्यमंत्री ने विभागीय सचिव पीबी सलीम को कार्रवाई का निर्देश दिया, जिसके बाद जिलाधिकारियों को उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों का विवरण अपलोड करने का आदेश जारी किया गया.
शुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह मामला राज्य सरकार की गंभीर निष्क्रियता और अल्पसंख्यक समुदाय के हितों की अनदेखी को दिखाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

