दीघा. 29 अप्रैल को जगन्नाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह, 30 को उद्घाटन
कोलकाता. राज्य सरकार की ओर से ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया गया है. मंदिर की देखरेख के लिए जगन्नाथ धाम ट्रस्ट का गठन किया है, जिसमें मुख्य सचिव के नेतृत्व में 27 सदस्यों को शामिल किया गया है. 29 अप्रैल को जगन्नाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जायेगा. 30 अप्रैल को अक्षया तृतीया के दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंदिर का उद्घाटन करेंगी. उद्घाटन से पहले दीघा में सुरक्षा व्यवस्था व अन्य तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार शाम को राज्य सचिवालय नबान्न भवन में उच्चस्तरीय बैठक बुलायी गयी है, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी. बैठक में मुख्यमंत्री जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन समारोह व अन्य कार्यक्रमों को लेकर विस्तार से चर्चा करने के बाद कार्यक्रम की घोषणा करेंगी. बैठक में मुख्य सचिव डॉ मनोज पंत, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, डीजीपी राजीव कुमार, पूर्व मेदिनीपुर जिले के डीएम, एसपी, जगन्नाथ धाम ट्रस्ट के अन्य सदस्यगण मौजूद रहेंगे.
गौरतलब है कि राज्य सरकार की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन की जिम्मेदारी हिडको को सौंपी गयी है. समारोह में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है, ताकि वहां किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना हो.
राज्य के डीजीपी राजीव कुमार को सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. साथ ही हिडको को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिल कर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब रहे कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही घोषणा की है कि अक्षय तृतीया के दिन से जगन्नाथ मंदिर के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिये जायेंगे. मंदिर के उद्घाटन से पहले पूरे दीघा समुद्र तट का नवीनीकरण किया जा रहा है. जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के बाद यहां प्रत्येक वर्ष रथ यात्रा आयोजित करने की भी योजना है. ऐसे में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा तीन अलग-अलग रथों में सवार होकर अपनी मौसी के घर जाएंगे. उनके रथ को उनकी मौसी के घर पर सुरक्षित रखने के लिए वहां आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है.
वक्फ कानून को लेकर आज बैठक करेंगी सीएम ममता बनर्जी
कोलकाता. वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में बवाल हो रहा रहा है. राज्य में हुई हिंसा में तीन लोगोंं की जान भी जा चुकी है. इस बीच बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेताजी इंडोर स्टेडियम में बैठक करने जा रही हैं. इस बैठक में राज्य के कई मस्जिदों के इमाम और मुस्लिम बुद्धिजीवी उपस्थित रहेंगे. बता दें कि वक्फ कानून पर मुख्यमंत्री इमामों, मुअज्जिमों और बुद्धिजीवियों की राय लेना चाहती हैं. बैठक में पार्टी के शीर्ष नेता फिरहाद हकीम, नदीमुल हक, अहमद हसन इमरान, समीरुल इस्लाम, सिद्दिकुल्ला चौधरी आदि भी मौजूद रहेंगे. गौरतलब रहे कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि बंगाल में वक्फ कानून को लागू नहीं किया जायेगा और उन्होंने लोगों को शांति व्यवस्था कायम रखने का अनुरोध किया है. नेताजी इंडोर स्टेडियम से मुख्यमंत्री इमामों व मुस्लिम समुदाय के लोगों को क्या संदेश देंगी, यह महत्वपूर्ण होगा.
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