संवाददाता, कोलकाता
जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज में ‘बाहरी लोगों’ के प्रवेश को रोकने के लिए नयी व्यवस्था की गयी है. कॉलेज में बायोमेट्रिक सेटअप लगाये जाने की तैयारी की गयी है. बाहरी लोगों के परिसर में घुसने और अराजकता पैदा करने के आरोपों से संबंधित एक मामले के बाद यह कदम उठाया गया है.
जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज यह सुनिश्चित करेगा कि केवल वास्तविक छात्र ही बायोमेट्रिक उपस्थिति सुविधा के माध्यम से परिसर में प्रवेश करें, यह बात कॉलेज की ओर से उपस्थित एक वकील ने कही.
हालांकि कॉलेज पहले से ही वास्तविक छात्रों के प्रवेश को सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहा था. अब इसको शीघ्र ही शुरु किया जा रहा है. कॉलेज के छात्रों के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता अर्क नाग ने आरोप लगाया कि होली से पहले से ही कुछ बाहरी लोग कॉलेज परिसर में घुस आये थे और होली मनाते समय उन्होंने जहरीले रसायनों और मिर्च पाउडर का इस्तेमाल किया था, जिससे काफी हंगामा हो गया था. जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज और जोगेश चंद्र चौधरी कॉलेज प्रिंस अनवर शाह रोड पर एक ही परिसर में चलते हैं. कॉलेज के अधिकारी ने बताया कि केवल वास्तविक छात्र ही परिसर में प्रवेश करें, यह सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक सुविधा स्थापित की जायेगी. हम इसे पहले कक्षाओं के बाहर स्थापित करेंगे. इसके बाद हमारी योजना मुख्य द्वार पर भी यह सुविधा स्थापित करने की है. चूंकि हमारा परिसर साझा है, इसलिए हमें यह देखना होगा कि इसमें क्या किया जा सकता है. इस सुविधा को स्थापित करने से पहले जोगेश चंद्र चौधरी कॉलेज के अधिकारियों से बातचीत की जायेगी.
लॉ कॉलेज एक प्रातःकालीन कॉलेज है, जबकि जोगेश चंद्र चौधरी कॉलेज में सामान्य विषयों में स्नातक की पढ़ाई दिन में होती है. हमारी शासी संस्था की अध्यक्ष माला रॉय (दक्षिण कोलकाता से तृणमूल कांग्रेस सांसद) पहले ही बायोमेट्रिक सुविधा के बारे में निर्देश दे चुकी हैं. बैठक में उन्होंने फिर यह मुद्दा उठाया. बायोमेट्रिक प्रणाली से हमें उपस्थिति जांचने में भी मदद मिलेगी.
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