प्रतिनिधि, कल्याणी
नदिया जिले के हरिणघाटा में बीएलओ की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर आपत्तियां उठी हैं. वोटरों की आपत्ति के बावजूद गलत नाम और पारिवारिक विवरण अपडेट करने के आरोप लगे हैं. ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद भी कथित तौर पर वही त्रुटियां बरकरार रहने का मामला सामने आया है. सवाल पूछे जाने पर संबंधित बीएलओ की ओर से उल्टा तर्क देने का आरोप भी लगाया गया है, जिससे परिवार परेशान है.
पारिवारिक विवरण में गड़बड़ी का आरोप : कृष्णपद सरकार भोमरा पाड़ा, ग्राम पंचायत नंबर 1, कस्तोडांगा, हरिंणघाटा विधानसभा क्षेत्र और बनगांव लोकसभा क्षेत्र के निवासी हैं. उनके घर में पत्नी और बच्चे रहते हैं. आरोप है कि एसआइआर फॉर्म लेते समय परिवार में तीन सदस्य होने के बावजूद चार सदस्यों का फॉर्म तैयार किया गया. इसी इलाके में विजय सरकार नामक एक अन्य व्यक्ति रहते हैं, जिनके पिता की जगह कथित तौर पर कृष्णपद सरकार का नाम दर्ज कर दिया गया है, जबकि वास्तव में कृष्णपद सरकार के पुत्र का नाम प्रेमाशीष सरकार है.
नयी वोटर लिस्ट में दो बेटे दर्ज होने का दावा : परिवार का कहना है कि नयी वोटर लिस्ट में कृष्णपद सरकार के दो बेटे दिखाए गए हैं, जिससे पूरा परिवार मानसिक रूप से परेशान है. इस पूरे मामले को लेकर इलाके में नाराजगी देखी जा रही है और बीएलओ की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
बीएलओ का पक्ष और राजनीतिक प्रतिक्रिया : इस संबंध में इलाके के बीएलओ निरंजन सरकार का कहना है कि यदि किसी को कोई दिक्कत है तो सुनवाई के लिए बुलाया जायेगा, उसके बाद ही समस्या का समाधान किया जायेगा. घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल तेज हो गयी है. राणाघाट जिले के तृणमूल यूथ प्रेसिडेंट मुकुटमणि अधिकारी ने दावा किया है कि यह सब भाजपा के असर में हुआ है. उन्होंने चुनाव आयोग के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि एसआइआर बिना ठोस योजना के किया जा रहा है. उनके अनुसार हजारों एलिजिबल वोटर्स को सूची से बाहर किया जा रहा है, जिंदा लोगों को मृत दिखाया जा रहा है और अलग-अलग परिवारों के नाम जोड़े जा रहे हैं. उन्होंने बीएलओ की इस गलती के लिए चुनाव आयोग की आलोचना की है.
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