10.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

ममता बनर्जी ने कहा – वध के लिए पशुओं की बिक्री पर प्रतिबंध स्वीकार नहीं, कानूनी रूप से देंगे चुनौती

कोलकाता/नयीदिल्ली/चेन्नई: वध के लिए पशुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने को लेकर चल रहा विवादसोमवार को काफी गर्म रहा. इस मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि उनकी सरकार इसे स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने मोदी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को ‘‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ बताया और कहा कि इसे वैधानिकरूप […]

कोलकाता/नयीदिल्ली/चेन्नई: वध के लिए पशुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने को लेकर चल रहा विवादसोमवार को काफी गर्म रहा. इस मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि उनकी सरकार इसे स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने मोदी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को ‘‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ बताया और कहा कि इसे वैधानिकरूप से चुनौती दी जाएगी.

कोलकाता में ममता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य की शक्तियों पर अतिक्रमण करने का यह जानबूझकर किया गया प्रयास है. यह अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अनैतिक है. यह देश के संघीय ढांचे को खत्म करने का प्रयास है.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रतिबंध को स्वीकार नहीं कर रहे हैं. हम इसे कानूनीरूप से चुनौती देंगे. इस मामले में हम राज्य के महाधिवक्ता से विचार विमर्श करेंगे. मैं केंद्र से आग्रह करुंगी कि राज्य के मामले में हस्तक्षेप नहीं करे और संघीय ढांचे को बनाए रखें.’

मेघालय में गोमांस पर प्रतिबंध नहीं लगेगा : भाजपा नेता

भाजपा ने भले ही केरल की घटना की निंदा की है लेकिन मेघालय के गारो हिल्स के भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने गोमांस पर प्रतिबंध को लेकर डर को दूर करने का प्रयास किया. राज्य में अगले वर्ष चुनाव होना है. भाजपा के तूरा जिला अध्यक्ष बर्नार्ड एन. मारक ने बयान जारी कर कहा, ‘‘मेघालय में भाजपा के अधिकतर नेता गोमांस खाते हैं. मेघालय जैसे राज्य में गोमांस प्रतिबंधित करने का सवाल ही नहीं उठता खासकर गारो हिल्स में. मेघालय के भाजपा नेता पहाड़ी इलाकों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और संवैधानिक प्रावधानों से अवगत हैं जहां गोमांस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा.’

तमिलनाडु के कई हिस्सों में प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किए गए और विपक्षी द्रमुक ने 31 मई से आंदोलन की शुरुआत करने की चेतावनी दी.

इस बीच कन्नूर के जिला अध्यक्ष सहित युवक कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक तौर पर बछड़े को काटने के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.

मदुरै, कोयंबटूर, इरोड और होसुर सहित तमिलनाडु के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया गया. मदुरै में तमिल समर्थक एक संगठन के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया जहां उन्होंने गोमांस खाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया था. आईआईटी मद्रास में छात्रों के एक समूह ने कल रात परिसर में ‘गोमांस भोज’ का आयोजन किया.

इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने अन्नाद्रमुक सरकार से अपील की कि प्रतिबंध के खिलाफ कानून बनाएं. द्रमुक ने ई के पलानीस्वामी सरकार की मामले पर ‘‘चुप रहने के लिए’ आलोचना की जबकि पड़ोसी राज्य केरल और कर्नाटक प्रतिबंध का पुरजोर विरोध कर रहे हैं.

द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन चेन्नई में प्रतिबंध के खिलाफ 31 मई को प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे. पार्टी ने कहा, ‘‘संविधान द्वारा प्रदत भोजन के मौलिक अधिकार को छीन लिया गया है.’

केरल में मनाया गया काला दिवस

केरल के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस नीत यूडीएफ ने आज ‘काला दिवस’ मनाया और विरोध मार्च निकाला. सत्तारूढ़ माकपा ने कहा कि वह दो जून को राज्य भर के दो हजार स्थानों पर ‘शाम का धरना’ आयोजित करेगी. माकपा सचिवालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पंचायतों, नगर निगमों और निगम क्षेत्रों जैसे सार्वजनिक स्थलों पर वह शाम चार बजे से प्रदर्शन करेगी. इसने कहा कि नये नियम आरएसएस के एजेंडा को लागू करने की केंद्र की पहल का हिस्सा हैं.

इस बीच कन्नूर में बछड़े को काटने की घटना का विरोध करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह ‘‘पूरी तरह अस्वीकार्य’ है और ‘‘सभ्य समाज, हमारी संस्कृति और स्थापित सिद्धांतों के खिलाफ हैं.’नयी दिल्ली में उन्होंने कहा, ‘‘जिसने भी ऐसा किया है उसके लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं है और इसलिए कार्यकर्ताओं को युवक कांग्रेस ने निलंबित कर दिया है.’ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेरविवारकी घटना को ‘‘अविवेकपूर्ण और बर्बर’ करार दिया था.

भाजपा ने सार्वजनिक तौर पर बछड़े को काटने की घटना को ‘‘शर्मनाक’ और ‘‘भड़काउ’ बताते हुए कांग्रेस पर जोरदार प्रहार किया. पार्टी ने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए वह और कितना गिर सकती है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि युवक कांग्रेस के नेताओं ने बछडे को सार्वजनिक रुप से काटा जबकि संविधान में गोवध प्रतिबंध की अपेक्षा की गई है.

प्रसाद ने कहा, ‘‘यह शर्मनाक है और कई मामलों में भड़काउ है. राजनीतिक विरोध होता है लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह का कृत्य जानबूझकर किया गया, वह भी युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.’ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना को लेकर विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाए.

लखनऊ में कल रात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्मान समारोह में उन्होंने पूछा, ‘‘मुझे लगता है कि देश में एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने को लेकर काफी बातें होती हैं और कई संगठन इसे धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मांग करते हैं. लेकिन केरल की घटना पर वे क्यों चुप हैं?’ आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘घटनाओं को लेकर डीयू और जेएनयू में उग्र प्रदर्शन करने वाले लोग इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि इसके विरोध में लोगों के मूड को भांपते हुए अनमने तौर पर उन्होंने इस मुद्दे की निंदा की.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel