संवाददाता, कोलकाता
महानगर में हॉकरों का सर्वे पूरा हो चुका है. सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता में हॉकरों की कुल संख्या 54 हजार है. ऐसे में इन वैध हॉकरों को अगले दो से तीन महीने के भीतर हॉकिंग सर्टिफिकेट दे दिया जायेगा. यह जानकारी कोलकाता नगर निगम के मेयर परिषद के सदस्य और टाउन वेंडिंग कमेटी के चेयरमैन देवाशीष कुमार ने दी. इस घोषणा से पहले गुरुवार को निगम में हॉकरों के विभिन्न संगठनों, पुलिस और टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्यों की बैठक हुई.
बैठक के बाद देवाशीष कुमार ने उक्त घोषणा की. उन्होंने बताया कि पूजा से पहले सर्वे शुरू हुआ था. इस दौरान सड़क व फुटपाथ को दखल कर बैठने वाले हॉकरों को पुलिस द्वारा स्थान निर्धारित कर दिया गया था. फुटपाथ के एक-तिहाई हिस्से पर ही बैठने का निर्देश दिया गया है. पर त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए दुर्गापूजा से छठपूजा तक हॉकरों को छूट दी गयी थी. अब ये उत्सव समाप्त हो चुके हैं. अब कोलकाता में पुलिस द्वारा निर्धारित स्थान पर ही हॉकरों को बैठने को कहा गया है. इसके लिए उन्हें 72 घंटे का समय दिया गया है.
उधर, बैठक के बाद हॉकर संग्राम कमेटी के महासचिव शक्तिमान घोष ने बताया कि न्यूमार्केट, चांदनी, राजाबाजार, कैंनिंग स्ट्रीट जैसे हॉकिंग जोन के हॉकरों को सीएम ममता बनर्जी के निर्देश पर निर्धारित जगहों पर बैठाया गया था. पर इन इलाकों के हॉकरों को वापस निर्धारित स्थान पर ही लौटना होगा. अगर ऐसे नहीं होता है, तो हम पुलिस के खिलाफ आंदोलन करेंगे, क्योंकि कई जगहों पर कुछ अवैध हॉकरों की वजह से वैध हॉकरों को नुकसान पहुंच रहा है.
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