कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ब्रिटिश कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित करने के लिए 66 लोगों के प्रतिनिधिमंडल को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 26 जुलाई को लंदन जा रही हैं. वह पांच दिनों तक लंदन में रहेंगी. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जब लंदन में रहेंगी, उस समय वहां ब्रिटिश सरकार का कोई भी वरिष्ठ नेता या मंत्री वहां उपलब्ध नहीं होगा.
ब्रिटिश सरकार की ओर से पहले ही सूचित कर दिया गया है कि मुख्यमंत्री के दौरे के समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून विदेश दौरे पर रहेंगे. उनके साथ-साथ विदेश सचिव फिलिप हैम्मांड व बिजनस सचिव साजिद जाविद भी वहां नहीं रहेंगे. साजिद जाविद ब्रिटिश सरकार में इंडियन कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर हैं.
ममता को लंदन दौरे के लिए आमंत्रित करनेवाले मंत्री भी नहीं रहेंगे मौजूद
गौरतलब है कि ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के राज्य मंत्री ह्यूगो स्वायर भी उनके स्वागत के लिए उपस्थित नहीं रहेंगे, जिन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लंदन दौरे के लिए आमंत्रित किया है.
जानकारों का मानना है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री जिस समय लंदन दौरे पर जा रही हैं, वह सही नहीं है. ब्रिटिश संसद में शुक्रवार से छुट्टी हो जायेगी और उसके बाद अधिकतर मंत्री व सांसद विदेश दौरे पर या छुट्टियां मनाने चले जायेंगे. इस पांच दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सिर्फ एक राजनीतिक नेता प्रीति पटेल से मिल पायेंगी, जो कि वहां रोजगार विभाग की राज्य मंत्री हैं और वह भारतीय मूल की हैं.
हालांकि यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूकेआइबीसी) के प्रवक्ता एडम पोलार्ड ने 27 जुलाई को फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के साथ संयुक्त तत्वावधान में सेमिनार आयोजित कर रही है, जिसमें ब्रिटिश सरकार व पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारी उपस्थित रहेंगे. इस सेमिनार में यूकेआइबीसी व बंगाल सरकार के बीच कुछ समझौते होने की भी संभावना है. कुछ दिन पहले यूकेआइबीसी ने ‘ वेस्ट बंगाल अर्बन रिजेनेरेशन एंड डेवलपमेंट ’ पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें बंगाल में कोलकाता से लेकर शांतिनिकेतन तक निवेश की संभावनाओं पर जानकारी दी गयी है. ब्रिटेन में स्थित भारतीय उच्चयुक्त कार्यालय ने ब्रिटेन व बंगाल के बीच संबंधों को और बेहतर करने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. सूत्रों के अनुसार, यूकेआइबीसी द्वारा आयोजित इस सेमिनार में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपस्थित नहीं रहेंगी. राज्य के वित्त मंत्री डा अमित मित्र यहां राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे.
गेट-टूगेदर के मेहमानों की उपस्थिति पर भी संशय
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडो-ब्रिटिश सर्वदलीय संसदीय ग्रुप को गेट-टूगेदर के लिए प्रस्ताव दिया है, लेकिन इस गेट-टूगेदर में भी मेहमानों की उपस्थिति को लेकर चिंता जतायी जा रही है, क्योंकि इसमें अधिकांश पार्टी के नेता नहीं पहुंच पायेंगे. इसलिए लंदन बिजनेस स्कूल में आयोजित होनेवाले इस गेट-टूगेदर के भी रद्द होने की संभावना काफी अधिक है.