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कोलकाता : कवि के रूप में प्यार देने के लिए बंगाल का आभारी : राज्यपाल
कोलकाता : ‘केशरीनाथ त्रिपाठी : कवि ओ कबिता’ कविताओं पर विश्लेषणात्मक बांग्ला में टिप्पणी है, जिसे तुषार कांति बनर्जी ने लिखा है. उनके द्वारा की गयी कविताओं में साधारण और शुद्ध विश्लेषण से वह प्रभावित हैं. ये बातें राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शुक्रवार को राजभवन में ‘केशरीनाथ त्रिपाठी : कवि ओ कबिता’ पुस्तक के विमोचन […]
कोलकाता : ‘केशरीनाथ त्रिपाठी : कवि ओ कबिता’ कविताओं पर विश्लेषणात्मक बांग्ला में टिप्पणी है, जिसे तुषार कांति बनर्जी ने लिखा है. उनके द्वारा की गयी कविताओं में साधारण और शुद्ध विश्लेषण से वह प्रभावित हैं. ये बातें राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शुक्रवार को राजभवन में ‘केशरीनाथ त्रिपाठी : कवि ओ कबिता’ पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में कहीं.
उन्होंने कहा कि मेरी कविताएं अधिकतर हिंदी में लिखी गयी हैं. जिसका बांग्ला, अंग्रेजी, कश्मीरी, ओड़िया आदि भाषाओं में अनुवाद किया गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह रवींद्र ठाकुर व बंकिम चट्टोपाध्याय की भूमि पर राज्यपाल हैं.
जहां से कई महान रचनाकार पैदा हुए. इसी के साथ उन्होंने कहा कि वह बंगाल के शुक्रगुजार हैं. जहां लोगों ने न सिर्फ उनकी कविताएं पढ़ीं, बल्कि उन्हें अपने हृदय में जगह और प्यार दिया.
श्री त्रिपाठी ने अपनी कविता ‘छोड़ जायेंगे तुम्हारे लिए याद अपनी.. की काव्यावृत्ति करते हुए बताया कि जब वह यूके से लौट रहे थे, तब उनके मेजबान ने कहा था, कुछ दिन और रुक जाओ. तभी उनके मुंह से यह पंक्तियां निकली थीं. उन्होंने कहा कि कविता के भाव कब मस्तिष्क में आ जायें और कविता बन जाये, पता नहीं चलता. इसलिए जब भी इस तरह के भाव मन में आये, उसे लिख लेना चाहिए. श्री त्रिपाठी ने आजकल पब्लिकेशन को धन्यवाद दिया.
‘केशरीनाथ त्रिपाठी : कवि ओ कबिता’ के लेखक तुषार कांति बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल को एक कवि के रूप में जानकर उन्होंने उनकी कविताओं को पढ़ा और पाया कि कवि हृदय राज्यपाल की कविताओं का मूल केंद्र मनुष्यता का भाव, पाश्चात्य प्रेम, जो पूरे विश्व में प्रवाहित है.
जीवन व समाज की अनेक ऐसी घटनाएं हैं, जिसमें मुख्य रूप से उन्होंने मौन, मनोकृति, शून्य इत्यादि का विश्लेषण किया है. टेक्नो इंडिया के प्रबंध निदेशक, लेखक और पुस्तक के संपादक (आजकल) सत्यम रॉय चौधरी ने राज्यपाल से बांग्ला में कविता लिखने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल द्वारा लिखित कविता मनुष्य के हृदय को स्पर्श करती है. उनकी कविताओं के प्रत्येक शब्द बोलते हैं. कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल द्वारा लिखित गीत ‘बांसरी बाजे ओइ’ व ‘मुझे एक सपना आया’ से हुआ.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मालिया हेरिटेज सोसाइटी की सचिव अनुराधा मालिया, धर्मांकुर सभा बुद्धिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष, लेखक व पुस्तक संपादक हेमेंदु विकास चौधरी, कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटिज के कार्यकारी सचिव तन्मय रूद्र उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ शांतनु बनर्जी व धन्यवाद ज्ञापन विप्लव गांगुली ने किया.
राज्यपाल ने तटरक्षक बाइक रैली को रवाना किया
कोलकाता : भारतीय तटरक्षक सुरक्षा विभाग द्वारा समुद्री तट सुरक्षा हेतु शुक्रवार को राजभवन में बाईक रैली का आयोजन किया गया. इस दौरान राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
श्री त्रिपाठी ने भारतीय तटरक्षकों को उनके द्वारा की जानेवाली जागरूकता रैली के लिए प्रोत्साहित किया.
कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल एवं ओड़िशा के तट स्थित मत्स्य पालकों में तटवर्तीय क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता फैलाने के साथ नि:शुल्क मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया गया. यह बाइक रैली 22 कर्मियों द्वारा भारतीय तटरक्षक व मत्सय पालकों के संयुक्त तत्वावधान में की जा रही है.
इसमें प्रतिभागियों द्वारा बंगाल के पांच तटस्थल राज्यों व ओड़िशा में 1200 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
कोलकाता में कार्यक्रम का समापन 23 जनवरी को होगा. इसी के साथ तटरक्षक विभाग द्वारा बंगाल के हल्दिया व जनपथ एवं ओड़िशा के धर्मा, प्रदीप व चंदीपुर में मत्स्य पालकों के साथ मिलने जुलने का कार्यक्रम होगा. कार्यक्रम में कमांडर कोस्ट गार्ड के इंस्पेक्टर जनरल राजन बारगोतरा समेत सभी सहकर्मी उपस्थित थे.
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