- मानव संसाधन मंत्रालय ने जारी की है रिपोर्ट
- राज्य सरकार ने कहा: कन्याश्री और सबूज साथी योजनाओं का अच्छा परिणाम सामने आया है
- इन योजनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है
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स्कूल: छात्रों की संख्या के बराबर पहुंचीं छात्राएं, केंद्र की रिपोर्ट से बंगाल की नयी उपलब्धि का खुलासा
कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य शिक्षा विभाग ने दावा किया है कि राज्य के स्कूलों में बच्चियों की संख्या में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है. शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. शनिवार को इस बारे में विभाग की ओर से एक बयान जारी कर दावा किया गया है कि जहां दूसरे राज्यों में छात्र-छात्राओं […]
कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य शिक्षा विभाग ने दावा किया है कि राज्य के स्कूलों में बच्चियों की संख्या में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है. शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. शनिवार को इस बारे में विभाग की ओर से एक बयान जारी कर दावा किया गया है कि जहां दूसरे राज्यों में छात्र-छात्राओं की संख्या में जमीन-आसमान का अंतर है वहीं पश्चिम बंगाल में यह संख्या लगभग बराबर है.
बयान में बताया गया है कि राज्य के निजी स्कूलों में पंजीकृत लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर है. यह अनुपात 50-50 का है जो बेहद उत्साहजनक है. यह आंकड़ा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार जारी किया गया है. हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गयी जिसका शीर्षक था ‘
एक नजर में शैक्षिक सांख्यिकी 2018’. इसमें नवीनतम डाटा उपलब्ध कराये गये हैं जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि शिक्षा वर्ष 2015-16 में कक्षा एक से 12 के बीच निजी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या बराबर रही है जो पिछले कई सालों की तुलना में अधिक है.
विभाग की ओर से दावा किया गया है कि इन परिणामों को प्राप्त करने में, कन्याश्री और सबूज साथी जैसी योजनाएं मददगार हैं. दोनों योजनाएं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार रही हैं. कन्याश्री योजना कक्षा 12 (पिछले वर्ष विस्तारित स्नातकोत्तर) तक स्कूल जाने के लिए लड़कियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से वित्तीय मुआवजे प्रदान करती है.
इसी तरह से सबूज साथी योजना के तहत प्रत्येक सरकारी स्कूल में वर्ग 9-12 तक की छात्राओं को साइकिल वितरित की जाती है. इन दोनों ही परियोजनाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है.
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